डॉ. अजय खरे की स्मृति में व्याख्यानमाला : कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवाओं का बजट बढ़ना चाहिए-डॉ. वंदना प्रसाद
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के गांधी भवन में डॉ. अजय खरे की स्मृति में जन स्वास्थ्य अभियान और मप्र मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन की ओर से व्याख्यानमाला हुई, जिसमें मुख्य वक्ता डा. वंदना प्रसाद और डा. अनंत फडके रहे। अध्यक्षता डां अनंत भान ने की।
डा. वंदना प्रसाद ने बजट 2021-22 का उल्लेख करते हुए कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं पर भारत में सकल घरेलू उत्पाद का 1.3 प्रतिशत, अमेरिका में 9 प्रतिशत, ब्राजील में 4 प्रतिशत, चीन में 3 प्रतिशत, जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 5 प्रतिशत की अनुशंसा की है और सभी देशों ने 2.5 प्रतिशत का वायदा किया। इस वायदे को निभाने में भारत काफी पीछे है।
कोविड-19 जैसी महामारी और स्वास्थ्य सुविधाओं में गंभीर कमियों के बावजूद बजट में कमी की गई है। अनुमानित बजट 2020 में 2.27 प्रतिशत, संशोधित बजट 2020 में 2.47 प्रतिशत और अनुमानित बजट 2021 में 2.21 प्रतिशत कुल बजट का प्रावधान किया गया है। अर्थात अभी भी महामारी जारी है और 2021 के बजट में 2.47 प्रतिशत से घटाकर 2.21 प्रतिशत कर दिया गया है।
भोपाल:
पति
से
नाराज
महिला
3
बच्चों
को
लटका
रही
थी
फांसी
पर,
पड़ोसी
ने
खिड़की
से
देख
यूं
बचाई
सबकी
जान
डॉ
अनंत
फडके
ने
कहा
कि
कोविड19
के
पश्चात
सुरसा
की
तरह
मुंह
फैला
रहे
निजी
स्वास्थ्य
सेवा
क्षेत्र
पर
नियंत्रण
की
अत्यंत
आवश्यकता
है।
चिकित्सा
शिक्षा
में
बढ़ती
फीस
चिंता
का
विषय
है।
निजी
मेडीकल
कॉलेज
की
फीस
और
सरकारी
कॉलेज
की
फीस
समान
होना
चाहिए
और
जिला
स्तर
पर
कॉलेज
हों
ताकि
स्वास्थ्य
सेवाओं
में
मानव
संसाधन
की
कमी
को
पूरा
किया
जा
सके।
डां फडके को जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए जन स्वास्थ्य सम्मान भी प्रदान किया गया। इस अवसर पर डॉ. माधव हासानी, महासचिव, मप्र मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन ने बताया कि डॉ. अजय खरे मेमोरियल हॉल एवं शासकीय चिकित्सकों के लिए गेस्ट हाउस बनाने के लिए स्वास्थ्य मंत्री से चर्चा की जा रही है।
इसके बाद मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन और जन स्वास्थ्य अभियान के प्रतिनिधि ने स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी से मुलाक़ात कर चर्चा की और उन्होंने भी इसके लिए आश्वासन दिया।