VIDEO : ज्योतिरादित्या सिंधिया के पोस्टर से गर्माई MP की राजनीति, समर्थकों ने लिखी कमान सौंपने की बात
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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों ने एक पोस्टर के माध्यम से सिंधिया को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपने का विशेष आह्वान किया है। सिंधिया के इस पोस्टर की मध्य प्रदेश के सियासी गलियारों में खासी चर्चा हो रही है। हालांकि कांग्रेस इस पोस्टर को लगाने के संबंध में अनभिज्ञता जता रही है। कांग्रेस का आरोप है कि सिंधिया के इस तरह के पोस्टर भाजपा लगवा रही है।
सिंधिया का पोस्टर लगवाने में भाजपा का हाथ
मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा का कहना है कि यह पोस्टर किसने लगाया। इसकी हमें कोई जानकारी नहीं। कांग्रेस तो पुलिस से कहना चाहते हैं कि निश्चित तौर पर इसमें भाजपा का हाथ होगा। कांग्रेस के नेताओं को भाजपा आपस में लड़वाना चाहती है।
सरकार को अस्थिर करना चाहती है भाजपा
मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा का कहना है कि भाजपा चाहती है कि कांग्रेस में गुटबाजी का संदेश फैलाया जा सके। कहीं ना कहीं वह सरकारी अस्थिर करना चाहती है। इसलिए ऐसी कार्यों को अंजाम दे रही है। हम तो दावे से कह सकते हैं कि इसमें भाजपा का हाथ है। पुलिस को इसी जांच करनी चाहिए। सीसीटीवी फुटेज खंगालकर पोस्टर लगााने वालों का पता लगाकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
सिंधिया को बनाया जाना चाहिए प्रदेशाध्यक्ष
वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के विधायक चाहते हैं कि सिंधिया को प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए। कांग्रेस विधायक गिरिराज दंडोतिया का मानना है कि सिंधिया को न केवल प्रदेशाध्यक्ष बल्कि उन्हें तो राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना चाहिए। उनमें टेलेंट है। उनके मुकाबले किसी अन्य नेता में एनर्जी नहीं है। सिंधिया हिंदी भाषी क्षेत्र के बड़े नेता हैं, उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाए वो बखूबी निभा सकते हैं। दंडोतिया ने यह भी कहा कि सिंधिया को किसी पद का लोभ नहीं है। मध्य प्रदेश विधानसभा 2018 के बाद सीएम बनने की बात आई तब भी सिंधिया ने स्पष्ट कह दिया था कि सीएम के लिए हाईकमान जिस भी व्यक्ति का नाम तय करेगा। वो ही बनेगा और उसी के साथ सब काम करेंगे।
रोस्टर से भी बाहर हैं सिंधिया
इधर, भाजपा सिंधिया के पोस्टर को असामान्य जैसा नहीं मानती है। भाजपा मीडिया लोकेन्द्र पाराशर का कहना है कि पोस्टर व नारे लगाना व पुतला जलाना कांग्रेस की संस्कृति रही है। पाराशर का कहना है कि पोस्टर लगाने वालों को परेशान नहीं होना चाहिए, क्योंकि सिंधिया जी पोस्टर ही नहीं बल्कि रोस्टर से भी बाहर हैं।