मुख्यमंत्री शिवराज ने छात्रों के बीच वितरित की मूंग दाल, कहां- सबसे ज्यादा प्रोटीन मूंग दाल में
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी भोपाल में आज बच्चों के स्वस्थ जीवन के लिए मूंग की दाल का वितरण किया। प्रदेश के प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला के 66 लाख विद्यार्थियों को 78 हजार 511 मीट्रिक टन मूंग दाल का वितरण किया।
भोपाल, 27 मई। मध्यप्रदेश में कोई बच्चा कुपोषण का शिकार ना हो इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय, भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला के 66 लाख विद्यार्थियों को 78 हजार 511 मीट्रिक टन मूंग दाल का वितरण किया।
वहीं पूर्व सीएम कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर तंज कसते हुए पूछा कि भारतीय जनता पार्टी की मध्य प्रदेश में पिछले 17 वर्षों से सरकार है, क्या कारण है कि आज भी कुपोषण के आंकड़े इतने डराते हैं। उन्होंने कहा कि कुपोषण के मामले में मध्य प्रदेश आज भी देश में शीर्ष नंबर पर हैं।
शैक्षणिक गुणवत्ता सर्वेक्षण में मध्य प्रदेश 5 वें स्थान पर
सीएम शिवराज ने छात्रों को स्वस्थ जीवन के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि पहला सुख निरोगी काया। अगर शरीर अस्वस्थ रहा तो ना तो अच्छा पढ़ सकते ना अच्छा खेल सकते है, इसलिए कहा है पहला सुख निरोगी काया। संस्कृत में हमारे संतों ने कहा "शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्"। सबसे पहले मैं शिक्षकों का अभिनंदन करना चाहता हूं। शैक्षणिक गुणवत्ता के मामले में भारत सरकार सर्वे करवाती है। 2017 में हुए सर्वे में मध्यप्रदेश का नंबर 17 था। मुझे ये बताते हुए खुशी है, कि इस साल के सर्वेक्षण में मध्य प्रदेश 5 वें स्थान पर आ गया है। सबसे ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है दाल में। इसलिए मुझे लगा कि मेरे बच्चों को, मेरे बेटा बेटियों को प्रोटीन ज्यादा मिलना चाहिए, इसलिए मूंग दाल का वितरण शुरू कर रहे हैं। अगर पौष्टिक और ऐसा भोजन हम करेंगे जो शरीर के लिए लाभकारी हो तो वह हमारे शरीर की शक्ति को भी बढ़ाता है।
बच्चों को 10 किलो और 6वीं से 8वीं तक के बच्चों को 15 किलो मूंग दाल का वितरण
सीएम ने कहा कि स्कूलों में मिलने वाले मध्यान्ह भोजन से पोषण तो मिलता ही है, लेकिन बच्चों को प्रोटीन, विटामिन भी जरूरी है। प्रोटीन अनाज में सबसे ज्यादा मूंग दाल में मिलता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 5वीं तक के बच्चों को 10 किलो और 6वीं से 8वीं तक के बच्चों को 15 किलो मूंग दाल हम दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ियों में बच्चों को मनोरंजन के बेहतर साधन मिले, इसके लिए मैं हाथ ठेला लेकर भोपाल की सड़कों पर खिलौना इकट्ठा करने निकल गया। निकला था हाथ ठेला लेकर और खिलौनों व उपहार से कई ट्रक भर गए। इसमें आप सभी का सहयोग मिला। मेरे बच्चों पढ़ाई मन लगाकर करना। फीस की चिंता मत करना। उच्च शिक्षा के लिए लाखों रुपए की भी फीस होगी, तो तुम्हारा मामा शिवराज सिंह चौहान भर देगा। पढ़ाई में हम कभी कोई बाधा नहीं आने देंगे।
स्वामी विवेकानंद का जीवन प्रेरणा का अद्भुत स्रोत
सीएम ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का जीवन प्रेरणा का अद्भुत स्रोत है। वह कहते हैं कि मनुष्य सिर्फ साढ़े तीन हाथ का हाड़-मांस का पुतला मात्र नहीं है, बल्कि अनंत शक्ति का भंडार है। तुम जैसा सोचते हो वैसा बन सकते हो। इसलिए बच्चों सदैव अच्छे विचार रखना, आगे बढ़ना। हमें कैसा भोजन करना चाहिए इसके लिए हमारे ऋषि-मुनियों ने एक सूत्र दिया है कि "जितनी भूख है उससे कम खाओ और ऋतु में जो पैदा होता है वह खाओ।" साधारण परिवारों के बच्चे भी अच्छी पढ़ाई कर सकते हैं, इसलिए तुम पढ़ाई करते हुए पैसे की चिंता मत करना। इसके लिए हमने कई योजनाएं बनाई हैं, जैसे मुख्यमंत्री मेधावी छात्र योजना।
स्वास्थ्य, खेल-कूद और पोषण पर ध्यान देना आवश्यक : CM शिवराज
CM शिवराज ने कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा के साथ व्यक्तिगत स्वास्थ्य, खेल-कूद और पोषण पर ध्यान देना आवश्यक है। आँगनवाड़ियों में भी कुपोषण दूर करने के लिए विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है। शाला स्तर पर मूंग दाल वितरण से विद्यार्थियों और उनके परिवार के पोषण और स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार होगा।