निसर्ग तूफान का असर : बारिश ने खोली मध्य प्रदेश सरकार की पोल, खरीद केन्द्रों पर भीगा गेहूं
भोपाल। अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान निसर्ग का असर मध्यप्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। प्रदेश के कई जिलों में बुधवार रात से तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। गुरुवार को इंदौर, भोपाल, होशंगाबाद, सागर और जबलपुर संभाग में बारिश हुई। बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा 132 मिमी बारिश खंडवा में हुई है।
खरगोन में बही कुंदा नदी
खरगोन में कुंदा नदी में पानी बह निकला। बड़वानी में 97 मिमी, इंदौर में 51 और भोपाल में 23 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम केंद्र ने भोपाल में बारिश का यलो अलर्ट और 18 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। शुक्रवार से निसर्ग के कमजोर होने की संभावना को देखते हुए बारिश के तेवर भी नरम हो जाएंगे। इस बारिश ने मध्य प्रदेश सरकार की पोल खोल दी। निचले इलाके लबालब हो गए। वहीं, कृषि मंडी और गेहूं खरीदी केन्द्रों से किसानों की मेहतन पानी में मिलती नजर आई है।
जरुआ खेड़ा में भीगा गेहूं
सागर जिले के जरुआ खेड़ा गेहूं खरीदी केंद्र पर खुले में पड़ा हजारों क्विटंल गेहूं पानी में भीग गया। किसानों को अभी तक इस गेहूं का भुगतान नहीं मिली। राशि उनके खातों में नहीं पहुंची है किसान परेशान हैं। ना ही प्रशासन के द्वारा गेहूं का परिवहन किया जा रहा है। जरुआ खेड़ा गेहूं खरीदी केन्द्र की तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही हैं। मीडिया से बातचीत में वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला कहते हैं कि मौसम का मिजाज बिगड़ने में निसर्ग तूफान के साथ वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी असर दिखा रहा है।
बड़वानी में 97 मिमी बारिश
बड़वानी में भी निसर्ग का खासा असर देखने को मिला है। यहां 97 मिमी बारिश हो चुकी है। सेंधवा में सबसे ज्यादा 104, निवाली में 102 और बरला में 91 मिली बारिश रिकाॅर्ड की गई। रातभर बारिश से अंजड भी पानी-पानी हो गया है। नर्मदा पट्टी से लगे खेतों में पानी भरने से फसलों को नुकसान हुआ है। यहां पाल टूटने से करीब 6 एकड़ में कपास की फसल को काफी नुकसान हुआ है। लगातार बारिश होने से मंडी में रखी उपज भीग गई है।
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