मध्य प्रदेश : उपचुनाव से पहले भाजपा को झटका, पूर्व मंत्री बालेंदु शुक्ला ने थामा कांग्रेस का हाथ
भोपाल। मध्य प्रदेश उपचुनाव 2020 से पहले भाजपा को तगड़ा झटका लगा है। पूर्व मंत्री बालेंदु शुक्ला ने पार्टी छोड़ दी और कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। बालेंदु शुक्ला ने शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निवास पर कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की है। यह शुक्ला की एक तरह से 10 साल बाद घर वापसी हुई है।
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मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग के दिग्गज नेता बालेंदु शुक्ला के भाजपा को अलविदा कहने की वजह पार्टी में उचित सम्मान नहीं मिलना बताया जा रहा है। इससे शुक्ला लंबे समय से नाराज चल रहे थे।
भाजपा छोड़ने की एक वजह यह भी
मीडिया की खबरों में शुक्ला के भाजपा छोड़ने की दूसरी वजह ज्योतिरादित्य सिंधिया की भाजपा में एंट्री होना बताई जा रही है। सिंधिया परिवार से बालेंदु शुक्ला के पारिवारिक रिश्ते रहे हैं, लेकिन माधवराव सिंधिया के निधन के बाद उनका महल से रिश्ता धीरे-धीरे कम होता चला गया।
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दस साल पहले छोड़ी थी कांग्रेस
फिर दस साल पहले एक दिन उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस छोड़ दी थी। कांग्रेस छोड़कर ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में आ जाने के बाद से शुक्ला के लिए मुश्किलें बढ़ रही थीं। पार्टी में वे पहले से ही हाशिये पर चल रहे थे। ऐसे में उन्होंने कांग्रेस में घर वापसी का फैसला किया।
कांग्रेस प्रत्याशी बनने के कयास
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस में वापसी के बाद वे ग्वालियर विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी भी हो सकते हैं। बालेंदु मध्य प्रदेश में विद्याचरण शुक्ल, मोतीलाल वोरा, अर्जुन सिंह के मंत्रिमंडल का हिस्सा रह चुके हैं।