डॉ. मसूद अख्तर : कोरोना संक्रमित IAS की मौत, छतरपुर में जिला कलेक्टर रहते बनाया था यह अनूठा रिकॉर्ड
भोपाल। मध्य प्रदेश में भले ही कोविड-19 वैक्सीन का ड्राई रन शुरू हो गया है। भोपाल के तीन केंद्रों पर टीके की रिहर्सल हो रही है, मगर कोरोना का खौफ जारी है। प्रदेश में अब तक कोरोना की वजह से डॉक्टर्स, पुलिसकर्मी, हेल्थ वर्कर्स और आमजन की मौतें हुई हैं। अब कोरोना संक्रमित आईएएस अधिकारी डॉ. मसूद अख्तर की मौत हुई है। आईएएस की मौत का यह पहला मामला है।
कोरोना से तो जीत ली थी जंग
जानकारी के अनुसार आईएएस अख्तर को सुबह 8 बजे हार्ट अटैक आया, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर ले जाने लगे, लेकिन वहां पहुंचने से पहले दम तोड़ दिया। ये बीते एक माह से भोपाल के नेशनल अस्पताल में भर्ती थे। कुछ दिन पहले उनकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इलाज के बाद तीन दिन पहले ही उन्होंने कोरोना से जंग जीती थी और रिपोर्ट निगेटिव हो गई थी, मगर वे कोरोना के असर से बच नहीं सके और शुक्रवार सुबह दम तोड़ दिया।
छतरपुर व सीधी में रहे थे कलेक्टर
मीडिया से बातचीत में उनके साथी रिटायर्ड आईएएस अधिकारी रमेश भंडारी ने बताया कि वे मध्य प्रदेश के छतरपुर और सीधी के जिला कलेक्टर रहे थे। उनके नाम छतरपुर में लंबे समय (4 साल अधिक) तक कलेक्टर रहने का रिकॉर्ड है। उन्होंने इंदौर की अहिल्याबाई यूनिवर्सिटी से एलएलएम की पढ़ाई की थी। वह 1986 राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे। उनकी पत्नी अंजू दुबे अख्तर और एक 8 वर्षीय बेटा है।
आईएएस दोस्त ने सोशल मीडिया पर दी श्रद्धांजलि
उनके दोस्त आईएएस अफसर राजीव शर्मा ने अख्तर को श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा- 'डॉ. मसूद अख्तर अब नहीं रहे। अभी थोड़ी देर पहले उन्होंने भोपाल के नेशनल अस्पताल अंतिम सांस ली। वे मेरे अग्रज, सच्चे मित्र और सहृदय मनुष्य थे। सफल अधिकारी तो थे ही। उनका जाना मुझे अकेला कर गया।'
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