Shivraj Singh Chauhan Birthday : गांव जैत के शिवराज के 4 बार मध्य प्रदेश CM बनने की पूरी कहानी
भोपाल। मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान 62 साल के हो गए हैं। सीएम चौहान ने अपने जन्मदिन पर अपनी पत्नी के साथ आवास पर पौधे लगाएा। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट करके उनको बधाई दी है और मध्य प्रदेश विकास की 'नई ऊंचाइयों' पर ले जाने के लिए उनकी प्रशंसा की।
मध्य प्रदेश के जैत गांव के रहने वाले हैं शिवराज सिंह चौहान
बता दें कि शिवराज सिंह चौहान मूलरूप से मध्य प्रदेश के सीहोर जिले की बुधनी तहसील के गांव जैत के रहने वाले हैं। यहां के किराड़ राजपूत परिवार के प्रेम सिंह चौहान और सुंदर बाई चौहान के घर 5 मार्च 1959 को जन्म हुआ था। 1992 में साधना सिंह से शिवराज सिंह चौहान ने शादी की। इनके दो बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान और कुणाल सिंह चौहान हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने जन्मदिन पर लगाया पौधा
5 मार्च 2021 को अपने जन्मदिन के मौके पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पत्नी साधना के साथ अपने आवास पर पौधे लगाए और कहा कि वे अपने सामाजिक अभियान को जारी रखने के लिए हर दिन एक पौधा लगाएंगे। उन्होंने लोगों से भी पौधारोपण की अपील की।
पीएम मोदी ने सीएम चौहान को दी बधाई
इधर, पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि भाजपा के ऊर्जावान नेता और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जन्मदिन की अशेष शुभकामनाएं। उन्होंने अपने नेतृत्व में राज्य को विकास की नई ऊंचाइयां दी हैं। मैं उनके सुखी, स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की कामना करता हूं।
शिवराज सिंह चौहान की जीवनी
बता दें कि शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल स्थित बरकतुल्ला विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र में स्वर्ण पदक हासिल किया था। छात्र जीवन से ही राजनीति में कदम रख दिया था। 1975 में वे मॉडल हायर सेकंडरी स्कूल की स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष रहे। 1976-77 में आपातकाल के दौरान वे जेल भी गए। वर्ष 1977 से वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं।
2005 से संभाल रहे हैं मध्य प्रदेश की कमान
शिवराज सिंह चौहान वर्ष 2005 से एमपी के सीएम हैं। हालांकि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में हार के चलते 15 महीने सत्ता से दूर रहे। फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के चलते कांग्रेस के कमलनाथ की सरकार गिर गई। ऐसे में एक बार फिर से मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सीएम बने।
1990 में पहली बार बने एमएलए
-शिवराज सिंह चौहान पहली बार 1990 में सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा सीट से विधायक बने।
-अगले
ही
साल
विदिशा
संसदीय
चुनाव
क्षेत्र
से
लोकसभा
के
लिए
पहली
बार
सांसद
बने।
फिर
चार
बार
लोकसभा
के
लिए
चुने
गए।
-चौहान
2000
से
2003
तक
भारतीय
जनता
युवा
मोर्चा
के
राष्ट्रीय
अध्यक्ष
और
भाजपा
के
राष्ट्रीय
सचिव
भी
रहे।
-मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2003 में भाजपा को सफलता मिली, मगर उस समय शिवराज सिंह चौहान ने तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ राघौगढ़ सीट से चुनाव लड़ा और हार गए।
-फिर वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बने। 30 नवंबर, 2005 को उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया गया। बाद में बुधनी सीट के उपचुनाव में जीत दर्ज की।
-मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2008 में शिवराज ने बुधनी सीट को 41 हजार से अधिक मतों से जीता और दूसरी बार सीएम बने।
-मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2013 में फिर भाजपा जीती और शिवराज सिंह चौहान को तीसरी बार सीएम बनने का अवसर मिला। वर्ष 2018 में कांग्रेस जीती, मगर कमलनाथ अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए थे और एमपी में चौथी बार 'शिव' का 'राज' हो गया।
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