60 मौतों के बाद चिटफंड कंपनियों के एजेंटों को कमलनाथ सरकार से जगी ये उम्मीद
Jhabua News , झाबुआ। चीटफंड कंपनियों के हाथों करोड़ों की ठगी का शिकार हुए निवेशकों और एजेंटों को नई सरकार आने से अपने नुकसान की भरपाई की उम्मीद जागी है।
झाबुआ में जमा हुए चीटफंड कंपनी के ऐजेंटों ने कमलनाथ सरकार से अपने वचन पत्र में किए गए वादे और छत्तीसगढ़ में शुरू हुई प्रक्रिया का हवाला देते हुए कंपनियों की संपत्ति कुर्क कर निवेशकों का पैसा दिलवाने की मांग की है।
दरअसल, वर्ष 2008 से प्रदेश में काम कर रही चीटफंड कंपनियों ने ऐजेंटों की मदद से 2 हजार करोड़ रुपए का प्रदेशवासियों को चूना लगा दिया। वर्ष 2012 से यह कंपनियां अपना कामकाज बंद कर फरार हो गई।
Ind vs Aus: टीम इंडिया को खिलाएं 'कड़कनाथ मुर्गा', विराट कोहली व BCCI को झाबुआ केवीके ने दी सलाह
चीटफंड कंपनियों के ऐजेंटों का आरोप है कि निवेशक और पुलिस एजेंटों पर अनैतिक दबाव बना रहे हैं, जिससे परेशान होकर अब तक 60 से अधिक एजेंट आत्महत्या कर चुके हैं।
झाबुआ में जमा हुए अलग-अलग चीटफंड कंपनियों के एजेंटों ने नई सरकार से किसानों की कर्ज माफी की तर्ज पर अपने वचन पत्र में चीटफंड कंपनियों को लेकर किए गए वादे को पूरा करने की मांग की है। एजेंटों ने इसे राजनैतिक दलों के आला नेताओं के संरक्षण में हुआ हजारों करोड़ का घोटाला बताते हुए जांच की मांग की है।