आदिवासी विधायक की भाजपा MLA ने पकड़ी कॉलर, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने BJP पर लगाया आरोप
विधानसभा में मानसून सत्र के दूसरे दिन कांग्रेस विधायकों ने सदन के बाहर जमकर हंगामा किया। कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर पोषण आहार घोटाले का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। इधर सदन के भीतर प्रवेश करने को लेकर भाजपा और कां
भोपाल, 14 सितंबर। मध्यप्रदेश विधानसभा में मानसून सत्र के दूसरे दिन कांग्रेस विधायकों ने सदन के बाहर जमकर हंगामा किया। कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर पोषण आहार घोटाले का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। इधर सदन के भीतर प्रवेश करने को लेकर भाजपा और कांग्रेस विधायकों में जोरदार बहस और झड़प देखने को मिली। नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने भाजपा विधायक पर कांग्रेस विधायक के साथ धक्का-मुक्की करने का आरोप लगाया। वहीं गृह मंत्री ने कहा कि हमारे विधायक की कॉलर पकड़ी गई है, यह सहन नहीं करेंगे। नेता प्रतिपक्ष ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह तानाशाही है यह लोग सदन नहीं चलाना चाहते।
भाजपा विधायक ने कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेढा की पकड़ी कॉलर
नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने हमारे आदिवासी विधायक पांचीलाल मेढा की कॉलर पकड़ी और उन्हें धक्का भी दिया इस बात को लेकर विपक्ष और गृहमंत्री के बीच जमकर बहस हुई। तेरे मंत्री मिश्रा ने कहा कि हमारे विधायक की कॉलर पकड़ी गई है यह सहन नहीं करेंगे वहीं विधानसभा अध्यक्ष ने मामले की जांच करा कर 2 दिन में रिपोर्ट सदन में पेश करने की बात कही है हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष ने कक्ष में जाकर विपक्ष के विधायकों से बात करने को भी कहा।
नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि स्थगन और नियम 139 के तहत चर्चा कराई जाए। सदन को गुमराह नहीं किया जाए इस पर मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा पहले प्रश्नकाल हो जाने दीजिए उसके बाद चर्चा की जाएगी। वहीं मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कार्रवाई शुरू होने के बाद कहा- मेरा आग्रह है कि पहले मुख्यमंत्री को अपनी बात कहने दे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सीएम पोषण आहार के मुद्दे को छोड़कर अन्य विषय पर वक्तव्य दें। इस पर सीएम बोलने के लिए उठे तो विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया उन्होंने कहा कि मैंने इस विषय पर सारी स्थिति स्पष्ट करने का प्रयास किया। तो फिर चर्चा से भागने का प्रश्न ही नहीं उठता है। बता दे इससे पहले हंगामे की वजह से 12 बजे तक दो बार सदन को स्थगित करना पड़ा।
इसके बाद बीजेपी और कांग्रेस के विधायकों के बीच नोकझोंक चलती रही सीएम ने कार्रवाई शुरू होते ही स्पीकर से कहा कि पोषण और मामले में भ्रम फैलाया जा रहा है सदन के माध्यम से जनता के सामने स्थिति स्पष्ट की जानी चाहिए। स्पीकर ने प्रश्नकाल के बाद सीएम को बोलने की अनुमति दी।
बता दे आज सरकार सदन में पूरक बजट पेश कर रही है। चालू वित्त वर्ष का ये पहला पूरक बजट होगा। बजट पर गुरुवार को भी चर्चा होगी। इसके अलावा चार विधायक भी पेश होंगे। इसमें मध्य प्रदेश संशोधन विश्वविद्यालय विधेयक, मध्य प्रदेश सिविल न्यायालय संशोधन विधेयक, मध्य प्रदेश वेबसाइट परीक्षा मंडल संशोधन विधेयक और मध्य प्रदेश भू राजस्व संहिता संशोधन विधेयक भी शामिल है।
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