जो शहर देश में सबसे स्वच्छ बताया जाता था, वही भोपाल अब 11वां सबसे प्रदूषित शहर हो गया
भोपाल। भले ही इस साल भोपाल को देश की सबसे स्वच्छ राजधानी का पुरस्कार मिला हो, लेकिन हकीकत में यह शहर भी प्रदूषित वातावरण वाला हो चुका है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) की ताजा रैकिंग में भोपाल देश में 11वां सबसे प्रदूषित शहर आंका गया है। एक्यूआई की रिपोर्ट सोमवार को जारी हुई थी, जो कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की देशभर के 200 शहरों की निगरानी वाली रिपोर्ट थी। शहर की एयर क्वालिटी बिगड़ने के पीछे की वजह बादलों की कम ऊंचाई, धूल का फैलाव बताया जा रहा है। एक सामान्य व्यक्ति को सांस लेने के लिए यह 50 से कम होना जरूरी होता है। जबकि, राज्य सरकार कुछ ठोस कदम उठा नहीं रही। बहरहाल राज्य में कांग्रेस की सरकार है।
देश
में
ये
रहे
सर्वाधिक
प्रदूषित
शहर
केंद्रीय
प्रदूषण
नियंत्रण
बोर्ड
की
रिपोर्ट
के
मुताबिक,
दिल्ली-एनसीआर,
हावड़ा
और
पश्चिमी
उत्तर
प्रदेश
लखनऊ,
मेरठ,
मुरादाबाद
सबसे
प्रदूषित
वातावरण
वाले
शहर
हैं।
इन
शहरों
में
प्रदूषण
का
स्तर
काफी
ज्यादा
रहा
है।
भोपाल
भी
ऐसे
ही
शहरों
में
शामिल
है।
बीते
सोमवार
को
भोपाल
के
प्रदूषण
का
स्तर
मध्यप्रदेश
में
मंडीदीप,
देवास
और
रतलाम
के
औद्योगिक
इलाकों
से
भी
अधिक
रिकॉर्ड
हुआ।
ऐसे
लुढ़का
रैकिंग
में
इससे
पहले
देश
के
स्वच्छता
सर्वेक्षण
2019
में
भोपाल
ओवरऑल
रैंकिंग
में
2
नंबर
से
लुढ़ककर
19वें
स्थान
पर
पहुंच
गया
था।
तब
भोपाल
ने
कुल
5000
अंकों
में
से
3793.68
अंक
हासिल
किए
था।
हालांकि,
इंदौर
को
सर्वेक्षण
में
सबसे
स्वच्छ
शहर
बताया
गया।
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