दुनिया कर रही कोरोना वैक्सीन का इंतजार, भोपाल एम्स ने इस दवा से ठीक किए कोविड-19 के मरीज
भोपाल। दुनियाभर के लाखों लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। हर कोई देश कोरोना से जंग लड़ने के लिए वैक्सीन का इंतजार भी कर रहा है। इस बीच मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स भोपाल) से अच्छी खबर आई है।
कई दिन से चल रहा क्लिनिकल ट्रायल
एम्स भोपाल का दावा है कि माइकोबैक्टीरियम डब्ल्यू (एमडब्ल्यू) दवा कोरोना के इलाज में कारगर है। खुद एम्स भोपाल ने इसी दवा से तीन कोरोना पॉजिटिव मरीजों को ठीक किया है। बीते कुछ दिनों से एम्स भोपाल में इस दवा का क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है। मीडिया में न्यूज एजेंसी पीटीआइ के हवाले से खबर है कि एम्स भोपाल के निदेशक प्रो. सरमन सिंह ने शनिवार को बताया कि अब तक तीन मरीज माइकोबैक्टीरियम डब्ल्यू के क्लिनिकल ट्रायल में ठीक हो चुके हैं।
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यह दवा भी परखेंगे
प्रो. सरमन सिंह ने बताया कि इस दवा के क्लिनिकल ट्रायल के लिए अब तक चार कोरोना संक्रमित मरीजों का पंजीकरण किया गया था, जिनमें से तीन पूरी तरह से स्वस्थ हो गए हैं। ठीक हो चुके तीनों मरीजों को अब अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। प्रो. सरमन सिंह के मुताबिक माइकोबैक्टीरियम डब्ल्यू के बाद बहुत जल्द फेवीपिराविर दवा भी कोरोना मरीजों के इलाज में परखी जाएगी। कोरोना मरीजों पर इस दवा का प्रयोग जापान में किया जा रहा है।
कुष्ठ रोग के इलाज में काम आती है दवा
बता दें कि माइकोबैक्टीरियम डब्ल्यू का इस्तेमाल कुष्ठ रोग में किया जाता है। ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया से वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद को इस दवा के क्लिनिकल ट्रायल को मंजूरी मिली थी। इस मंजूरी के बाद एम्स भोपाल सहित देश के तीन अस्पतालों में इस दवा का क्लिनिकल ट्रायल किया जा रहा है। यह दवा मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करती है।
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