भोपाल : कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने वाले भी आए चपेट में, 15 पुलिसकर्मी-34 स्वास्थ्यकर्मी कोविड-19 पॉजिटिव
भोपाल में सीनियर पुलिस अधिकारी समेत 7 पुलिसकर्मी आए कोरोना के चपेट में, कुल आंकड़ा पहुंचा 75 तक
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। आमजन के साथ-साथ कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे पुलिसकर्मी और स्वास्थ्यकर्मी भी इसके चपेट में आ रहे हैं। मीडिया से बातचीत में भोपाल के सीएमएचओ डॉ. सुधीर डेहरिया ने बताया कि मंगलवार को शहर में कोरोना पॉजिटिव के 12 नए केस सामने आए हैं। इनमें सात पुलिसकर्मी और उनके परिजन तथा पांच स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी शामिल हैं।
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एक दिन में संख्या 29 से बढ़कर 75 हुई
सोमवार को भोपाल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 29 थी, जो अगले ही दिन बढ़कर 75 हो गई है। इनमें अकेले स्वास्थ्य विभाग के ही 34 कर्मचारी-अधिकारी शामिल हैं। वहीं, अब कोरोना पॉजिटिव पुलिसकर्मियों की संख्या 15 तक पहुंच चुकी है। इसे देखते हुए भोपाल के तीन थानों के 271 पुलिसकर्मी अब घरों के बजाय होटल में रहेंगे।
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22 नए कंटेनमेंट एरिया घोषित
न्यूज एजेंसी एएनआई ने भोपाल में कोरोना पॉजिटिव पुलिसकर्मियों में एक सीनियर पुलिस अधिकारी का नाम भी शामिल होने की पुष्टि की है। बता दें कि भोपाल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने के कारण प्रशासन ने 22 नए कंटेनमेंट एरिया घोषित किए हैं। इनके साथ ही शहर में कंटेनमेंट एरिया की संख्या बढ़कर अब 63 हो गई।
इन एरिया में बाहर के लोगों के प्रवेश पर रोक
नए घोषित एरिया में बाग सेवनिया, रीगल होम्स खजूरीकलां, जानकी नगर चूना भट्टी, सलैया, पार्वती नगर कोलार, टीटी नगर पुलिस आवासीय परिसर के तीन मकान, जहांगीरबाद, 25वीं बटालियन, शिवाजी नगर, अशोका गार्डन, नुपूर कुंज, एसबीआई कॉलोनी जहांगीराबाद, नॉर्थ टीटी नगर, घरोंदा हाइट्स कोलार, ऋषि नगर चार इमली, अवधपुरी, 477 बाग सेवनिया, खनूजा इनक्लेव दाना पानी, रचना नगर और अमलतास फेज- शामिल हैं। इन एरिया में बाहर के लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।
कई अफसर अस्पताल आने को तैयार नहीं हुए
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद स्वास्थ्य महकमे के कई अफसर अस्पताल आने को तैयार नहीं हुए। स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल, रुबी खान, उपसंचालक डॉ. वीणा सिन्हा और डॉ. उपेन्द्र दुबे की रिपोर्ट शनिवार को ही पॉजिटिव आ गई थी। फिर भी ये अस्पताल नहीं पहुंचे। जिला प्रशासन के अफसर दो दिनों से अस्पताल में शिफ्ट होने की मिन्नतें कर रहे, लेकिन ये तैयार नहीं हुए। पहले दिन इन्होंने घरों के बाहर कोरोना पॉजिटिव पेशेंट का पोस्टर भी नहीं लगने दिया। इन अफसरों के हठ से हारकर जिला प्रशासन ने मुख्य सचिव से गुहार लगाई। सोमवार रात को प्रमुख सचिव गोविल और डॉ. सिन्हा बंसल अस्पताल में शिफ्ट हुईं। रुबी खान को चिरायु में शिफ्ट किया गया।