पैदा होते ही बूढ़ा दिखने लगा बच्चा, चेहरा देखते ही सहम गए मां-बाप
बस्ती। यूपी के बस्ती जिले में एक ऐसे बच्चे ने जन्म लिया है, जिसका चेहरा देखते ही मां-बाप सहम गए। दरअसल, जन्म लेते ही बच्चा बुजुर्ग जैसा दिखने लगा। नवजात को देख आसपास के लोग आश्चर्य में पड़ गए। फिलहाल, बच्चे का इलाज जिला महिला अस्पताल में डॉक्टर पीके श्रीवास्तव की देखरेख में चल रहा है। डॉक्टर का कहना है कि प्रोजेरिया बहुत ही रेयर बीमारी है। पूरी दुनिया में अब तक 250 से 300 बच्चे इससे पीड़ित हैं।
तीन तरह की होती है ये बीमारी
डॉक्टर ने बताया कि इसमें तीन तरह की बीमारी होती हैं। पहली हचिंसन गिलफोर्ट है, जो बच्चे इस से पीड़ित होते हैं वो डेढ़ साल बाद पता चलती है। दूसरा वायडन मैन रिचर हंसडन होती है, जब बच्चा मां के पेट में रहता है तो उसी वक्त यह बीमारी हो जाती है। तीसरा विनस डिसीसज होती है। ये 18-20 साल के बच्चों में होती है। जब बच्चा पेट में रहता है तो एमएलएन जीन गड़बड़ बन जाते हैं। ये कोई जेनेटिक बीमारी नहीं है, ये रेयर बीमारी है। इसमें बच्चे बूढ़े की तरह हो जाते हैं। जैसे-जैसे इनकी उम्र बढ़ती है ये तेजी से बुढ़ापे की तरफ बढ़ने लगते हैं।
बीमारी भी बुजुर्गों वाली ही होती है
वो सभी बीमारी जो बुजुर्गों को होती है उन बच्चों को भी हो जाती है। जैसे उनका कोलेस्ट्राल, बीपी बढ़ जाना, हार्ट की बीमारी हो जाना। इनका इलाज भी बूढ़े मरीजों की तरह करना पड़ता है। डॉक्टर श्रीवास्तव का कहना है कि इस बच्चे में भी ज्यादातर लक्षण प्रोजेरिया के हैं, सिर्फ एक चीज नहीं है उसका सिर बड़ा नहीं है। हो सकता है वजन कम होने की वजह से सिर बड़ा नहीं हो पाया होगा।
12 से 13 साल होती है उम्र
जब बच्चा तीन-चार महीने का होगा तब इस बीमारी की असल स्थिति का पता चल जाएगा। जिन बच्चों को यह बीमारी पेट में हो जाती है उनकी संख्या बहुत कम है। इस तरह की बामारी से पीड़ित बच्चे पूरी दुनिया में 4 या 5 ही हैं। इससे पीड़ित बच्चों की उम्र 12 से 13 साल होती है।
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