बरेली के गांव का आकर्षक और चमचमाता सरकारी स्कूल, तस्वीरों को देखकर जानिए कैसे हुआ कायाकल्प
बरेली। उत्तर प्रदेश में प्राथमिक स्कूलों को सुविधायुक्त और आकर्षक बनाने के लिए ऑपरेशन कायाकल्प चल रहा है। इस योजना के तहत यूपी के परिषदीय स्कूलों को 14 मूलभूत सुविधाओं से लैस करने के निर्देश हैं। बरेली में भी यह योजना लागू है और डीएम नितीश कुमार ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक स्कूल की तस्वीरें पोस्ट की हैं जिसमें उन्होंने लिखा कि ऑपरेशन कायाकल्प के तहत जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी स्कूल कितने आकर्षक बन गए हैं।
साथ ही डीएम ने यह भी कहा कि स्कूल आकर्षक हो जाने से अब छात्र-छात्राओं की संख्या भी बढ़ी हैं। उन्होंने लिखा कि इस साल 7535 नए बच्चों ने एडमिशन लिया है और अब तक करीब 1500 स्कूलों का कायाकल्प किया जा चुका है।
बरेली
के
कई
स्कूलों
का
हो
रहा
है
कायाकल्प
बरेली
डीएम
ने
ट्विटर
पोस्ट
में
दावा
किया
कि
करीब
1500
स्कूलों
को
आकर्षक
और
सुविधायुक्त
बनाया
जा
चुका
है।
बरेली
में
इस
योजना
को
पहले
ग्रामीण
क्षेत्र
के
स्कूलों
में
लागू
किया
गया
और
उसके
बाद
इस
योजना
में
शहरी
क्षेत्र
के
स्कूलों
को
भी
शामिल
किया
गया।
ऑपरेशन
कायाकल्प
में
बेहतर
काम
कर
दिखाने
के
बाद
बरेली
के
स्कूलों
की
रैंकिंग
में
भी
सुधार
आया
है।
ऑपरेशन कायाकल्प चलाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में राज्य वित्त आयोग की संस्तुति पर पंचायतों को मिल रही धनराशि खर्च की जा रही है। वहीं शहरी क्षेत्र में केंद्र व राज्य वित्त आयोग, स्मार्ट सिटी फंड और निकाय निधि के पैसों के इस्तेमाल किए जाने की व्यवस्था की गई है। जिला खनिज निधि और स्कूलों को दी जाने वाली कंपोजिट ग्रांट धनराशि को भी कायाकल्प योजना में खर्च करने की अनुमति दी गई है।
कायाकल्प
के
तहत
स्कूलों
में
होगी
यह
सुविधा
ऑपरेशन
कायाकल्प
के
तहत
स्कूलों
में
ब्लैक
बोर्ड,
छात्र-छात्राओं
के
लिए
अलग-अलग
टॉयलेट
व
यूरिनल
बनाए
जा
रहे
हैं।
स्कूल
में
साफ
पानी
की
व्यवस्था,
हाथ
धोने
के
लिए
मल्टिपल
हैंडवाशिंग
सिस्टम
के
साथ-साथ
दीवारें,
छत
और
फर्श
सभी
के
मरम्मत
के
काम
किए
जाते
हैं।
फर्श पर टाइल्स लगाए जाते हैं और बिजली के लिए वायरिंग की जाती है। रसोईघर के जीर्णोद्धार, फर्नीचर के इंतजाम, बाउंड्रीवाल, मेन गेट बनाने से लेकर स्कूल के प्रांगण में इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने की योजना है। इस योजना के तहत स्कूलों में अतिरिक्त क्लासरूम के साथ अन्य निर्माण कार्य भी कराए जा रहे हैं।
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