KBC 12: एक करोड़ के लिए बरेली के तेज बहादुर से पूछा गया यह सवाल, क्या आप जानते है इसका जवाब
बरेली। सोनी टीवी चैनल पर प्रसारित लोकप्रिय शो 'कौन बनेगा करोड़पति' का मौजूदा सीजन भी लोगों को काफी पसंद आ रहा है। इस शो में अब तक तीन लोग करोड़पति बन चुके है और ये तीनों महिलाएं है। वहीं, इस शो में उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से आए तेज बहादुर (20) ने भी काफी अच्छा खेला और अपनी आखिरी लाइफ लाइन का इस्तेमाल करते हुए 50 लाख रुपए के सवाल का जवाब दिया। हालांकि, वो एक करोड़ रुपए के लिए पूछे गए सवाल का जवाब नहीं दे सके और उन्होंने शो को क्विट करना सही समझा। आइए जानते क्या था एक करोड़ रुपए के लिए पूछा गया सवाल...।
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इस सवाल पर तेज बहादुर ने किया क्विट
बरेली के गांव वसुंधरा जागीर के रहने वाले तेज बहादुर केबीसी में चौथे करोड़पति बनने से चूक गए। दरअसल, अमिताभ बच्चन द्वारा शो में 1 करोड़ रुपए के लिए सवाल पूछा गया था, जिसका जवाब वो नहीं दे सके। हालांकि, तेज बहादुर ने शो को क्विट करना सही समझा। तेज बहादुर से शो में 1 करोड़ रुपए के लिए अमिताभ बच्चन ने पूछा 1857 की लड़ाई में अहम भूमिका निभाने वाले मंगल पांडे का संबध इनमें से किस रेजिमेंट से था?
क्या आपको पता है सवाल का सही जवाब
एक करोड़ रुपए के लिए तेज बहादुर से 1857 क्रांति से जुड़ा सवाल पूछा गया था। सवाल था कि 1857 की लड़ाई में अहम भूमिका निभाने वाले मंगल पांडे का संबध इनमें से किस रेजिमेंट से था? इसके चार विकल्प भी दिए गए थे। A- 5वीं लाइट इंफेंट्री, B- 20वीं बंगाल नेटिव इंफेंट्री, C- पूना हाउस, D- 34वीं बंगाल नेटिव इंफेंट्री। इसका सही जवाब 34वीं बंगाल नेटिव इंफेंट्री था।
जानिए तेज बहादुर के बारे में
तेज बहादुर, उत्तर प्रदेश के बरेली जिले वसुंधरा जागीर का रहने वाला है। तेज बहादुर राजकीय पॉलिटेक्निक में सिविल इंजीनियरिंग कर रहे हैं और यह उनका तीसरा साल है। तेज के पिता 5500 रुपए की नौकरी पर एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक है। हालांकि, लॉकडाउन के चलते स्कूल बंद होने से पिता चरण सिंह की नौकरी चली गई। अकेले पिता की कमाई पर चलने वाले घर में आर्थिक संकट हो गया। पिता का सहारा बनने के लिए तेजबहादुर ने खुद की पढ़ाई करने से वक्त निकालकर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया। मजदूरी भी की लेकिन हार नहीं मानी।
पढ़ाई जारी रखने के लिए मां के कुंडल भी गिरवी रखने पड़े
तेज बहादुर पढ़ाई करने भी करीब 30 किलोमीटर साइकिल चलाकर जाते थे। मां राज कुमारी गृहणी हैं। दूसरे बेटे उपेंद्र बीएससी की पढ़ाई कर रहे हैं। तंगी के चलते मां के कुंडल भी गिरवी रखने की नौबत आ गई। उसके बाद केबीसी में रजिस्ट्रेशन शुरू हुए और फिर किस्मत बदल गई।
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