बस में हो गई यात्री की मौत, कंडक्टर ने पत्नी को शव के साथ बीच रास्ते में उतारा
बाराबंकी। उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग की संवेदनहीनता ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। दरअसल, बस से सफर कर रहे दम्पत्ति में से पति की मौत होने पर बस के ड्राइवर और कंडक्टर ने रास्ते में ही पत्नी को शव सहित जबरन उतार दिया है। यही नहीं, कोई सबूत न रहे इसलिए उसका टिकट भी छीन कर रफूचक्कर हो गया। बता दें, दम्पत्ति बहराइच से राजधानी लखनऊ कैंसर से पीड़ित रिश्तेदार को देखने जा रहे थे।
क्या है पूरा मामला
मामला बाराबंकी जनपद के रामनगर चौराहे का है, जहं उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग की बस से एक महिला को उसके पति के शव के साथ जबरन उतार दिया गया। किसी तरह का कोई सबूत न रहे कि यह दम्पत्ति किस बस से सफर कर रहे थे इसके लिए बस के कंडक्टर ने पीड़ित महिला पर तरस न खाते हुए जबरन उसका टिकट छीन लिया और बस लेकर भाग खड़ा हुआ। जब तक आसपास के लोग कुछ समझ पाते तब तक यह बस लोगों की आंखों से ओझल हो चुकी थी।
टिकट छीनकर फरार हुआ बस ड्राइवर
सड़क के किनारे अपने पति का शव लेकर बेसहारा खड़ी महिला ने बताया कि वह और उसके पति लखनऊ में अपने कैंसर पीड़ित रिश्तेदार का हाल जानने जा रहे थे। जब वह बहराइच से बस में सवार हुए तो उसके पति ठीक ठाक थे। रास्ते में उनकी हालत बिगड़ी और उनकी मौत हो गई। यह देखकर बस के चालक और परिचालक ने बस को रामनगर चौराहे पर रोक दिया और जबरन उसे अपने पति के शव के साथ उतार दिया। बस से उतारने के बाद बस के कंडक्टर ने महिला से उसका टिकट भी छीन लिया और बस लेकर फरार हो गया। भला हो आसपास के लोगों का जिन्होंने बस का नम्बर यूपी 40- टी -5510 नोट कर लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह बस बहराइच डिपो की थी।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस मामले में जब बाराबंकी डिपो के केन्द्र प्रभारी मनोज कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि उनके संज्ञान में यह प्रकरण नहीं है। जांच करवाकर चालक और परिचालक के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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