बाराबंकी न्यूज़ के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
Oneindia App Download

महिला दिवस विशेष: प्रधान बनकर बदली गांव की तस्वीर, लोगों के लिए बनीं मिसाल

Google Oneindia News

Barabanki news, बाराबंकी। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day 2019) पर हम आपको यूपी के बाराबंकी की रहने वाली एक ऐसी महिला के बारे में बता रहे हैं, जो सभी के लिए मिसाल बन चुकी है। ये म​हिला को कोई और नहीं बल्कि बाराबंकी के चंदवारा गांव की ग्राम प्रधान प्रकाशिनी जायसवाल हैं। प्रकाशिनी की कामों की वजह से चंदवारा गांव आज एक आदर्श गांव के रूप में अपनी पहचान बना चुका है।

ओडीएफ घोषित हुआ गांव

ओडीएफ घोषित हुआ गांव

साल 2015 में पहली बार निर्वाचित हुईं मसौली ब्लॉक के चंदवारा गांव की प्रधान प्रकाशिनी जायसवाल के गांव को मॉडल के रूप में विकसित करने का सपना साकार हो गया है। गांव के प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई से लेकर पूरे गांव की साफ सफाई और ग्रामीणों की जागरुकता सभी के लिए नजीर बन चुका है। प्रकाशिनी जायसवाल की मेहनत का ही नतीजा है कि पूरा गांव ओडीएफ घोषित हो चुका है।

पीएम कर चुके हैं सम्मानित

पीएम कर चुके हैं सम्मानित

इसके अलावा ग्राम प्रधान प्रकाशिनी जयसवाल ने गांव में होने वाली सभी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए मुख्य रास्तों और गलियों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए, जिससे अब गांववालों की सभी गतिविधियां सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में कैद होती हैं। सारे सीसीटीवी का कंट्रोल प्रधान प्रकाशिनी जायसवाल ने खुद अपने पास रखा है। इसके अलावा ग्रामीणों की सभी शिकायतों या सुझावों से सीधा जुड़ने के लिए प्रधान ने एक व्हॉट्सएप ग्रुप बनाया है, जो हर परेशानी को तुरंत दूर करने में काफी मदद करता है। ग्राम प्रधान की मेहनत से कराए गए अब तक के कामों की चर्चा प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री तक है। वह ग्राम प्रधान प्रकाशिनी जयसवाल को सम्मानित भी कर चुके हैं।

ये भी पढ़ें: 8 मार्च को वाराणसी आएंगे पीएम मोदी, अपने ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का करेंगे भूमि पूजनये भी पढ़ें: 8 मार्च को वाराणसी आएंगे पीएम मोदी, अपने ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का करेंगे भूमि पूजन

बदली गांव की तस्वीर

बदली गांव की तस्वीर

गांव में रहने वाले मोहित कुमार और अभिषेक ने बताया कि जबसे प्रकाशिनी जायसवाल यहां की प्रधान बनी हैं, गांव की तस्वीर ही बदल गई। इससे पहले गांव में कुछ भी नहीं हुआ। वहीं, गांव के निवासी विवेक तिवारी ने बताया कि वाईफाई और सीसीटीवी कैमरे लग जाने से हम लोगों को काफी सहूलियत मिलती है। सीसीटीवी कैमरे लगने से यहां होने वाले छोटे-छोटे अपराधों पर पूरी तरह से अंकुश लग गया है। इसके साथ ही खुले में शौच करने वालों की भी हम लोग मॉनिटरिंग करते हैं।

योजनाबद्ध तरीके से किया काम

योजनाबद्ध तरीके से किया काम

प्रकाशिनी जायसवाल के मुताबिक, चुनाव जीतने के बाद गांव के विकास का खाका खींचकर योजनाबद्ध तरीके से उन्होंने काम करना शुरू किया। उनका सबसे ज्यादा ध्यान स्वास्थ्य, शिक्षा और स्वच्छता पर रहता है। गांव में सीसीटीवी कैमरे, वाईफाई, मॉडल स्कूल और स्वच्छता से जुड़े तमाम कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि गांव में कई टीमें बनाई हैं, जो उनके साथ काम करती हैं। सभी की मेहनत का नतीजा है कि आज हम गांव को इस स्थिति में ला सके हैं। प्रकाशिनी जायसवाल ने बताया कि उनको गांववालों के साथ ही पति और परिवार का भी पूरा साथ मिला है।

ये भी पढ़ें: पुलवामा शहीदों के परिवार की मदद को आगे आए स्टूडेंट्स, पॉकेट मनी से जमा किए 4 लाख रुपएये भी पढ़ें: पुलवामा शहीदों के परिवार की मदद को आगे आए स्टूडेंट्स, पॉकेट मनी से जमा किए 4 लाख रुपए

Comments
English summary
international women day 2019 special story of barabanki village head
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X