स्किल डेवलपमेंट के साथ बढ़ें रोजगार की ओर: श्री श्री रविशंकर
बेंगलुरु। आर्ट ऑफ लिविंग अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में इंडिया वे फारवर्ड विषय पर में भारतीय कौशल तथा मूल का सुदृढ़ीकरण दो प्रमुख विषय थे। श्री श्री रुरल डवलपमेंट प्रोग्राम (एसएसआरडीपी), तथा द आर्ट आफ लिविंग ह्यूमन रिसोर्सेज़ के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित सम्मेलन में शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र के समग्र विकास और युवाओं के कौशल में वृध्दि को ध्यान में रखते हुये किया गया था।
कौशल विकास का रोजगार के लिये महत्व पर बोलते हुये श्री श्री ने युवाओं को आत्म विश्वास को बढ़ाने पर बल देने को कहा कि यदि किसी में आत्मविश्वास जाग जाये तो वह कुछ भी करने को तैयार हो जायेगा। राष्ट्र को उत्साह के साथ साथ नई चेतना के विकास की भी आवश्यकता है।
सुदर्शन भगत, राज्यमंत्री, ग्रामीण विकास, ने आर्ट आफ लिविंग के 5एच कार्यक्रम और प्रधाममंत्री के आदर्श ग्राम को समानान्तर कार्यक्रम बताया, कहा कि आर्ट आफ लिविंग के ग्रामीण क्षेत्र में कार्य करने के प्रयासों को देखते हुये प्रधान मंत्री की आदर्श ग्राम योजना ऐसे संगठनों के सहयोग से उनके प्रयासों को लागू करने के सहायता मिलेगी।
इस सम्मेलन विशेष आमंत्रित गणमान्य को सुनने के लिये विश्वविद्यालय के उपकुलपति, प्राचार्य, कॉर्पोरेट्स, प्रबंधक, प्रशिक्षक कंपनियां, गैरव्यावसायिक संगठन, उद्यमी उपस्थित थे। इस आयोजन में प्रशासन, शिक्षा क्षेत्र, उद्योग , व्यवसाय और सामाजिक क्षेत्र के प्रमुख व्यक्ति भारत और युवाओं के हित के लिये अपने अनुभव, विशेषज्ञताओं और विचारों को साझा किये। संभागियों में अनेक कॉलेज अपने प्राचार्यों, प्रशिक्षक स्टाफ और विद्यार्थियों के रुप में उपस्थित थे।
इस सम्मेलन में भाग ले रहे पैनलिस्ट्स को विभिन्न आयामों में सीखने का अवसर मिला संभागियों के दो पैनल बनाये गये थे। पहला 'स्किलिंग इंडिया', जिसका उद्देश्य युवाओं के कौशल में वृध्दि, रोजगार के अवसरों का निर्माण, उद्यम के लिये प्रेरित करना था। दूसरा पैनल 'फॉर्टिफायिंग इंडिया' के माध्यम से सामुदायिक विकास, ग्रामीण क्षेत्र में जीवनस्तर का सुधार और ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार और उद्यम के अवसरों का निर्माण कर वहां की आर्थिक स्थिति में सुधार लाना था।
एसएसआरडीपी अपने अनेक गुणात्मक प्रोजक्ट्स के द्वारा ग्रामीण जनता के जीवनस्तर में और आजीविका के स्तर में सकारात्मक प्रभाव डालने में सहायक हुआ है। इन में कुछ प्रमुख प्रोजक्ट्स हैं, कोर (कम्युनिटी ऑफ रुरल इंटरप्राइज) जिसमें बूद (स्वच्छ जल), शक्ति (व्यावसायिक प्राशिक्षण), लाइट ए होम (सौर ऊर्जा) और शुध्दि (कचरे का इको फ्रैंडली निराकरण) ओर यूथ लीडर ट्रेंनिंग प्रोग्राम (वायएलटीपी) है।
इस मौके पर आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर के अतिरिक्त सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे, श्री सर्बानंद सोनवाल, राज्यमंत्री, खेल और युवा मामले, श्री सुदर्शन भगत, राज्यमंत्री, ग्रामीण विकास, एच. के पाटिल, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, सुनील अंबेकर, राष्ट्रीय संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सचिव उपस्थित थे।