नौकरी के लिये टेक्निकल ही नहीं सॉफ्ट स्किल्स भी जरूरी
भारत की एम आर विश्वविद्यालय ( CMRU ), स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर कार्यक्रम में पाठ्यक्रम की पेशकश करने के लिए आईबीएम के साथ सहयोग कर रहा है ताकि इन क्षेत्रों में रोजगार के अच्छे अवसर उपलब्ध कराए जा सकें। इसके साथ ही छात्रों को आवश्यक कौशल प्रदान करने के लिए, क्लाउड कम्प्यूटिंग, व्यापार विश्लेषिकी और वित्त व प्रबंधन में आईटी अनुप्रयोगों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
नैसकॉम (सॉफ्टवेयर और सेवा कंपनियों के राष्ट्रीय संगठन) मानव संसाधन सर्वेक्षण के अनुसार, अब आईटी कंपनियों में भर्ती किए जा रहे छात्रों में सामाजिक मीडिया, क्लाउड कंप्यूटिंग और बिग डाटा जैसे स्किल प्रोग्राम को दखा जा रहा है। ऐसे में शीर्ष 10 तकनीकी स्किल के अंतर्गत डाटा वैज्ञानिक, क्लाउड कंप्यूटिंग, मोबाइल एप, प्लेटफार्म इंजीनियरिंग और उपयोगकर्ता अनुभव मांग है।
नैसकॉम के मुताबिक , शुद्ध तकनीकी कौशल के आधार पर भर्ती की अवधि 2000-2006 में 85 प्रतिशत से काफी कम हो गया है। वर्ष 2006-2011 में, लोगों के बारे में 65 प्रतिशत तकनीकी कौशल और 22 डोमेन कौशल के लिए प्रतिशत और सॉफ्ट कौशल के लिए शेष राशि के आधार पर कार्यरत थे। हालांकि, 2011 के बाद से , तकनीकी कौशल के आधार पर काम पर रखने डोमेन कौशल 40 प्रतिशत और दक्षता 20 प्रतिशत से कम आराम के गठन के साथ समान महत्व मिल रहा है।
आईबीएम इंडिया साउथ एशिया के कार्यकारी एसटीजी टेक्निकल सेल्स सुबराम नटराजन ने कहा है कि कुशल प्रौद्योगिकी और प्रशिक्षित प्रबंधन पेशेवरों के लिए एक मजबूत मांग है। शिक्षा पहल के लिए आईबीएम इनोवेशन सेंटर उद्योग में गतिशीलता के लिए अनुकूल है और प्रौद्योगिकी और व्यापार नवाचार ड्राइव , सी एम आर विश्वविद्यालय में छात्रों से लैस होगा।