कक्षा की लड़कियों की गोद में खिंचवाई फोटो, हुआ सांप्रदायिक बवाल
मेंगलुरु।
कर्नाटक
के
तटीय
क्षेत्र
में
स्थित
मेंगलुरु
यानी
मैंगलोर
में
आज
दिन
भर
सख्ती
रही,
क्योंकि
दो
समुदायों
के
बीच
सांप्रदायिक
हिंसा
की
आशंका
थी।
हिंसा
वो
भी
इसलिये
क्योंकि
एक
समुदाय
के
छात्र
ने
दूसरे
समुदाय
की
पांच
छात्राओं
की
गोद
में
लेट
कर
तस्वीर
खिंचवाई
है।
जी हां यह विवादित तस्वीर छात्रों के बीच व्हॉट्स ऐप पर वायरल हुई। देखते ही देखते तस्वीर फेसबुक पर आ गई। तस्वीर में अपनी ही क्लास में पढ़ने वाली पांच छात्राओं की गोद में एक 20 वर्षीय छात्र लेटा हुआ है! यह तस्वीर कैजुअली खिंचवायी गई थी, लेकिन तस्वीर उतारते वक्त छात्रों ने यह नहीं सोचा था कि आगे चल कर खून बहेगा।
खून बहा और बहाने वाले कोई और नहीं बल्कि समाज को सुधारने का ठेका ले रखने वाले हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता थे। यह तस्वीर चार दिन पहले खींची गई थी। तस्वीर में छात्र एक समुदाय का है और छात्राओं में से दो अन्य समुदाय की। जब यह तस्वीर वायरल हुई तब हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने छात्र को अगवा कर लिया और सूनसान इलाके में ले जाकर जमकर पिटाई की।
सूचना जब पुलिस को मिली तब पुलिस हरकत में आयी। पुलिस ने आरोपियों को धर दबोचा है। लेकिन सबसे गलत यह हुआ है कि अब इस छोटे से विवाद ने सांप्रदायिक रंग ले लिया है। अन्य समुदाय के लोगों ने भी मोर्चा खोल दिया है। इसे देखते हुए इलाकों में पुलिस ने गश्त बढ़ा दिया है। मेंगलुरु के डीसीपी संतोष बाबू का कहना है कि उन्होंने दोनों समुदायों के नेताओं को बुला कर मामले को शांत करा दिया है।
अस्पताल में भर्ती छात्र बीसीए फाइनल ईयर में पढ़ता है। उसने बताया कि अगवा करने वालों ने उसे पीटते समय बार-बार कहा था कि वो सिर्फ इसलिये पीट रहे हैं, क्योंकि वो लड़कियों की गोद में लेटा था। उन्होंने उसके कपड़े उतार कर पिटाई की। छात्र ही नहीं उसके दो दोस्तों की भी जमकर पिटाई की गई, जिन्होंने तस्वीर खींची थी। पिटाई के बाद नेशनल हाईवे पर वे लोग छात्र को सड़क के किनारे फेंक कर चले गये थे।
लड़कियों ने दर्ज करायी एफआईआर
वहीं पांचों छात्राओं ने पुलिस में उन छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी है, जिन्होंने इस तस्वीर को वायरल किया। वहीं पिटाई के मामले में पुलिस ने हत्या के प्रयास, अगवा करने का मामला दर्ज किया है। कॉलेज ने पांचों छात्राओं व तीनों छात्रों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की बात कही है।