नोट बैन: पुराने समय में गया देश, 3 किलो गोभी के बदले मिली 1 किलो मछली
नई दिल्ली। 7 दिन पहले जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि 500 और 1,000 रुपए के नोट अवैध घोषित किए जाएंगे उसके बाद से ही देश लगभग कैश लेस इकॉनमी हो गया और उन्हीं पुराने दिनों में चला गया जहां किसी वस्तु के बदले कोई वस्तु मिलती थी।
इसे वस्तु-विनिमय प्रणाली यानी बार्टर सिस्टम कहते हैं।
पीएम मोदी के फैसले की सराहना करते हुए कई गांव के लोगों ने घरों में सामान जमा कर लिया है और जब तक स्थिति सही नहीं होगी तब तक के लिए लोग इसी तरह से एक दूसरे की मदद करते रहेंगे।
एक दूसरे की मदद से चला रहे अर्थव्यवस्था
ऐसा देश के कई राज्यों में हो रहा है। जहां लोग एक दूसरे की मदद कर गांव की अर्थव्यवस्था को चला रहे हैं।
राज्य के बनारी स्थित गुमला गांव के पूर्व सरपंच प्रदीप ने बताया कि गांव में दुकान दार उधार खरीददारी की अनुमति दे रहे हैं, क्योंकि वो नकदी की समस्या को जानते हैं और यह भी समझते हैं कि उनका धन सुरक्षित है। उन्होंने यह भी बताया कि लोग एक दूसरे से सामन की अदला-बदली कर रहे हैं।
बोरेया गांव के दीनू महतो ने बताया कि बाजार जा कर अपनी सब्जियों को बेचने की जगह हमने फैसला किया है कि हम इसे अपने दुकानदार को देंगे और उससे तेल, मसाला लेंगे।
ओडिशा में हुआ कुछ ऐसा
यह बात सिर्फ झारखंड तक ही सीमित नहीं है बल्कि ओडिशा में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है।
यहां के केंद्रपाड़ा स्थित जम्बू गांव में सब्जियों की खेती करने वाले अरखिता मंडल ने बताया कि मैंने तीन किलो गोभी को एक मछली वाले से बदल कर एक किलो मछली वापस ली।
एक अन्य गांववासी ने कहा कि दुकानदारों की ओर से अभी खरीद कर बाद में पैसे देना की नीति ने उनको बहुत आसानी पहुंचाई है।
कर्नाटक स्थित बालंगिर जिले के कोलठिगे गांव के किसान शिवराम ने बताया कि दिक्कते हैं, लेकिन किराना के दुकानदार उधार पर सामना बेचने को तैयार हैं। तो इसलिए बड़ी दिक्कत नहीं हो रही है।
छोटी दिक्कत का सामना कर सकते हैं
शिवराम ने बताया कि वो अपने साथ हमेशा 5,000 रुपए कैश रखते हैं और उसे बदलने के लिए उन्हें 5 किलोमीटर दूर जाना होता है।
उन्होंने कहा कि मैं छोटी-छोटी दिक्कतों को ध्यान में नहीं रखता। अगर इस फैसले से कुछ अच्छा होगा तो छोटी दिक्कतों का सामना किया जा सकता है।
गौरतलब है कि 8 नवंबर को राष्ट्र के नाम दिए संदेश में पीएम मोदी ने इस बात की घोषणा की थी कि 500 और 1,000 के नोट अवैध घोषित कर दिए गए हैं।