लॉकडाउन में बर्बाद हो रही थी गेहूं की खड़ी फसल, कटाई के लिए नहीं मिले मजदूर तो किसान ने की आत्महत्या
बांदा। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैसले से रोकने के लिए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन चल रहा है। इस बीच उत्तर प्रदेश के बांदा में एक किसान के फांसी लगाकर जान देने की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि किसान को गांव में गेहूं की पकी फसल काटने के लिए मजदूर नहीं मिल रहे थे। परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली। अपर पुलिस अधीक्षक लाल भरत कुमार पाल के मुताबिक, देहात कोतवाली क्षेत्र के जारी गांव में किसान रामभवन शुक्ला (52) का शव शनिवार को गांव के बाहर एक पेड़ की डाल में फांसी के फंदे से लटकता पाया गया। मामले की जांच की जा रही है।
लॉकडाउन की वजह से नहीं मिल रहे थे मजदूर
मृतक के परिजनों ने बताया कि बेमौसम हुई बारिश के पानी में डूबकर मसूर की फसल सड़ गई थी। अब गेहूं की फसल पककर खेत में खड़ी बर्बाद हो रही है। रामभवन दो दिन से फसल काटने के लिए गांव में मजदूर ढूंढ रहा था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से मजदूर नहीं मिल रहे थे। परिजनों के मुताबिक, रामभवन शनिवार को मजदूर ढूंढने की बात कहकर घर से निकला था। इसके बाद उसका शव फांसी से लटका मिला। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया है। मामले की जांच की जा रही है।
यूपी में कोरोना वायरस का आंकड़ा
शनिवार को यूपी स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस को लेकर नए आंकड़े जारी किए। अब तक 452 लोगों की जांच में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई। शनिवार को उत्तर प्रदेश में कुल 19 नए केस मिले। शुक्रवार तक उत्तर प्रदेश में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 433 का था। अब तक 10 आगरा, 5 गाजियाबाद, 12 नोएडा, 5 लखनऊ, 1 कानपुर, 1 शामली, 1 पीलीभीत, 1 लखीमपुर खीरी, 9 मेरठ समेत 45 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं। जबकि यूपी के बस्ती, वाराणसी, मेरठ,आगरा, बुलंदशहर जिले में अब तक 1-1 की मौत हो चुकी है।
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