बाबा सीएम से मिलाने से पहले दलितों को साबुन-शैंपू से नहलाया गया, सम्मान तो हमने दिया: अखिलेश यादव
lok sabha elections 2019 News, बलिया। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बलिया जिले में चुनावी जनसभा संबोधित करने पहुंचे। यहां अखिलेश ने सत्ताधारी पार्टी भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने समाजवादी पार्टी और भाजपा की सरकार की तुलना करते हुए खुद को दलितों का हितैषी बताया। अखिलेश ने कहा, 'जब बाबा योगी से दलितों को मिलाया गया तो उन्हें साबुन-शैंपू से नहलाया गया था। उसके बाद ही बाबा ने दलित समाज के लोगों से मुलाकात की थी।'
'दलितों को सम्मान हमने दिया, योगी ने तो दलितों को नहलवाया था'
बकौल अखिलेश, 'बलिया के निषाद समाज के 5 लोगों ने एक मगरमच्छ पकड़ा था। तब हमने सबको लखनऊ बुलाया था और एक-एक लाख रुपया देकर सम्मानित किया था। सम्मान तो हम देते हैं। हमने यूपी के युवाओं को लैपटॉप-कंप्यूटर बांटे, लेकिन बाबा (सीएम योगी) को चलाने नहीं आता, लिहाजा उनका (युवाओं) ये हक भी मार दिया।'
'बाबा सीएम ने यूनिवर्सिटी को दिए गए बजट को वापस मांग लिया'
अखिलेश ने ये बयान अलावलपुर में दिए, जो कि बलिया जिले के हनुमानगंज ब्लॉक का एक गाँव है। अखिलेश ने यहां कहा कि चंद्रशेखर के नाम पर बलिया में यूनिवर्सिटी और जनेश्वर मिश्र के नाम पर हमने सबसे बड़ा सेतु बनवाने का काम किया। मगर, बाबा सीएम की सरकार आते ही यूनिवर्सिटी को दिए गए बजट को वापस मंगा लिया गया। इतना ही नहीं, यहां के लोग यह भी बताते हैं कि जनेश्वर मिश्र सेतु को नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) से जोड़ने के लिए प्रस्तावित होने के बाद भी अधर में लटका दिया गया है।'
'बलिया में एक्सप्रेस-वे बनता तो यहां भी विमान उतर जाते'
पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी समाजवादी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए आगे कहा कि बलिया को विकास की धारा से जोड़ने के लिए हमने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से जोड़ना चाहा, मगर भाजपा सरकार आते ही बाबा सीएम ने बलिया को एक्सप्रेस से ही हटा दिया। अगर यहां भी एक्सप्रेस-वे बनाया होता तो यहां भी विमान उतारकर उसकी मजबूती दिखाता।' मालूम हो कि आगरा एक्सप्रेस-वे भारतीय वायुसेना के कई विमानों ने लैंडिग की थी, जिसे अखिलेश अपनी उपलब्धि बताते रहे हैं। उनका कहना रहा है कि सपा सरकार ऐसा काम न कराती तो कहां से विमान उतरते।