Mani Manjari Rai: दो करोड़ का टेंडर तो नहीं PCS अधिकारी की मौत की वजह? जनिए क्या है पूरा मामला
बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया में 30 वर्षीय पीसीएस अधिकारी मणि मंजरी राय की मौत का मामला फिलहाल जांच के दायरे में है। मंजरी राय ने आत्महत्या की है या हत्या कर उनका शव फांसी से लटकाया गया है, ये तो जांच के बाद सामने आएगा। लेकिन सुसाइड नोट और मंजरी के पिता के आरोपों के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। 'एनबीटी' की खबर के मुताबिक, सरकारी महकमे से जुड़े लोगों के बीच दो महीने पहले हुए विकास कार्य के दो करोड़ रुपए का टेंडर होने की चर्चा भी है।
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क्या है दो करोड़ रुपए के टेंडर का मामला
बता दें, गाजीपुर जिले के थाना भावर कोल की रहने वाली पीसीएस अधिकारी मणि मंजरी राय (30) पिछले दो साल से बलिया जिले के मनियर नगर पंचायत में अधिशाषी अधिकारी (ईओ) के पद पर तैनात थीं। बताया जा रहा है महिला पीसीएस अधिकारी ने दो करोड़ के टेंडर के दौरान सरकारी नियम-कानून की बात खड़ी की थी। चर्चा ये भी है दो करोड़ रुपए के टेंडर को लेकर आदेश कार्य के जारी क्रम में मणि मंजरी राय पर लगातार दबाव बन रहा था। इसका ईओ ने जवाब दे दिया था कि बिना बोर्ड के प्रस्ताव पारित पर कार्य आदेश जारी नहीं होगा। वजह कि टेंडर के खोलने के दौरान ईओ अनुपस्थित थीं और उनकी ओर से दस्तावेजों पर साइन नहीं हुआ था।
विकास कार्यों को लेकर चिंतित रहती थीं अधिकारी
बताया ये भी जा रहा है कि नगर पंचायत मनियर के कर्मचारी और जनप्रतिनिधियों के बीच हमेशा खींचतान रहती है। नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी राय विकास कार्यों को लेकर काफी चिंतित रहती थीं। काम के दौरान वह अक्सर तनाव में रहती थीं। लोगों से नगर की समस्या पर अक्सर नाराजगी जाहिर कर विकास कार्य की गति देने के लिए उत्साहित करती रहती थीं। सूत्रों के मुताबिक, बीते 24 जून को जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने करोड़ों की लागत से गौरा बगहीं स्थित बन रहे कान्हा पशु आश्रय स्थल का निरीक्षण किया। यह आश्रय स्थल लगभग दो सालों से बना रहा है, डीएम ने कार्यों में शिथिलता को लेकर नाराजगी जाहिर की थी। इस दौरान ईओ और ठेकेदार के मौके पर मौजूद नहीं होने पर डीएम नाराज हुए थे। सरकारी पोर्टल 'जेम' से बीते 25 मई को मैनुअल 8 टेंडर का राज्य वित्त से करीब एक करोड़ रुपए का कराया गया था। 25 जून को 14वां राज्य वित्त का 5 मैनुअल टेंडर करीब 22 लाख का कराया गया था। मैनुअल टेंडर 22 लाख का कराया गया था।
सुसाइड नोट में लिखी थी रणनीति के तहत फंसाने की बात
पीसीएस अधिकारी मंजरी राय बलिया शहर कोतवाली क्षेत्र के आवास विकास कालोनी में रहती थीं। सोमवार की देर रात पंखे से उनका शव फांसी से लटकता हुआ मिला। सूचना मिलते ही डीएम श्रीहरि प्रताप शाही व एसपी देवेंद्र नाथ के साथ ही फोरेंसिक टीम पहुंच गई। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट में मंजरी ने लिखा है, ''दिल्ली, मुंबई से बचकर बलिया चली आई, लेकिन यहां रणनीति के तहत फंसाया गया है, इससे मैं काफी दुखी हूं।'' पिता जय ठाकुर राय ने बेटी की हत्या कर कमरे में शव लटकाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती, वह किसी तरह के तनाव में नहीं थी, उसकी लगातार घरवालों से बात हो रही थी। पिता ने आरोप लगाया कि बेटी को लगातार परेशान किया जा रहा था।