मणि मंजरी राय की आखिरी बार तहसीलदार से हुई थी बात, पूछताछ में मौत से जुड़े कई राजों से उठ सकता है पर्दा
बलिया। पीसीएस अधिकारी (PCS Officer) मणि मंजरी राय के कथित आत्महत्या मामले में पुलिस के हाथ बीते आठ दिन बाद भी खाली है। लेकिन मणि मंजरी राय आत्महत्या मामले से जुड़ी उनकी मोबाइल कॉल डिलेट बेहद अहम साबित हो सकती है। फिलहाल पुलिस की जांच परिवार द्वारा लगाए गए आरोपों के साथ ही कॉल डिटेल्स पर आगे बढ़ रही है। पुलिस की मानें तो पीसीएस अधिकारी की फोन कॉल से कुछ खास जानकारी हासिल हुई है।
तहसीलदार ने पड़ोसियों को किया था फोन
दरअसल, पीसीएस अधिकारी मणि मंजरी राय ने आखिरी फोन कॉल नायब तहसीलदार रजत सिंह की थी। पुलिस की मानें तो इन दोनों के बीच करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत हुई। इस मामले में पुलिस सबसे महत्वपूर्ण बयान उन्हीं का मान रही है। क्योंकि, इसी बातचीत के बाद उन्होंने मणि मंजरी के पड़ोसियों को यह कहते हुए फोन किया था कि जल्दी जाइए, उसे बचा लिजिए, वह बहुत तनाव में है और कुछ कर जाएगी। हालांकि पड़ोसियों के पहुंचने से पहले ही मणि मंजरी फांसी पर लटक चुकी थी।
बयान दर्ज करने के लिए पुलिस ने बुलाया सभी को
बता दें, पुलिस ने इस मामले में मनियर नगर पंचायत अध्यक्ष भीम गुप्ता, कंप्यूटर बाबू अखिलेश व बड़े बाबू विनोद सिंह के घर पर भी नोटिस चिपकाया है। जिसमें कहा गया है कि आप लोग 14 जुलाई को कोतवाली बलिया में उपस्थित होकर अपना बयान दर्ज कराएं। इस बीच यह भी सूचना है कि सोमवार की देररात मणि मंजरी के परिवार के लोग भी अपना बयान दर्ज करा सकते हैं।
तीन बिंदुओं पर चल रही है जांच
शहर कोतवाल विपिन सिंह के अनुसार मामले की जांच तीन बिंदुओं पर चल रही है। मामले के सभी पहलुओं को देखते हुए अभी सबके बयान दर्ज कराए जा रहे हैं। सोमवार की रात में बयान दर्ज कराने के लिए मणि मंजरी के परिवार के लोगों को बुलाया गया है। मंगलवार को बयान दर्ज कराने के लिए नायब तहसीलदार रजत सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष भीम गुप्ता, बाबू अखिलेश व विनोद सिंह को नोटिस भेजा गया है। कोतवाल बताते हैं कि मामला काफी सेंसटिव होने के कारण जांच में पूरी सतर्कता बरती जा रही है।
कमरे में पंखे से लटकता मिला था अधिकारी का शव
दरअसल, छह जुलाई को बलिया के मनियर नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी का शव उनके कमरे में पंखे से लटकता मिला था। मौके से मिले सुसाइड नोट में अधिकारी ने खुद को रणनीति के तहत फंसाए जाने की बात लिखी थी। अधिकारी के पिता जयठाकुर राय ने बेटी की हत्या का आरोप लगाया था। इस मामले में क्रांगेस महासचिव प्रियंका गांधी, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित कई नेताओं ने निष्पक्ष जांच की मांग की थी।