दुष्कर्म पीड़िता की मां से बोला इंस्पेक्टर- बच्चे हैं गलतियां हो जाती है, एसपी ने किया सस्पेंड
बलिया। बलिया के मनियर थानाक्षेत्र में नाबालिग से रेप की वारदात को अंजाम दिया गया। बच्ची की मां जब शिकायत दर्ज करवाने थाने पहुंची तो इंस्पेक्टर ने पहले तो उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी गई। फिर कहा कि ये नाबालिग बच्चे हैं, इनसे छोटी-मोटी गलतियां होती रहती हैं। इसे अपराध के रूप में न देखा जाए। एसपी दवेंद्रनाथ ने मामले में संज्ञान लेते हुए इंस्पेक्टर सुभाष यादव को सस्पेंड कर दिया है।
क्या है पूरी घटना?
घटना मनियर थाना क्षेत्र के एक गांव की है। करीब एक महीने पहले यहां नाबालिग दलित के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया। आरोप है कि नाबालिग की मां थाने में तहरीर देने गई तो पुलिस ने सादे कागज पर अंगूठा लिया और कार्रवाई का आश्वासन देकर लौटा दिया। पिछले एक महीने से आरोपी नहीं पकड़े गए। महिला थाने के चक्कर काटती रही, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद महिला ने कोर्ट की शरण ली। उसने एसपी को रजिस्ट्री पत्र के माध्यम से मामले की जानकारी दी। एसपी के हस्तक्षेप के बाद थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई।
खेत में पकड़कर किया दुष्कर्म
पीड़िता की मां ने बताया कि उसका पति बाहर रहकर कमाता है। वह अपने बच्चों के साथ झोपड़ी में रहती है। 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली उसकी बेटी 10 सितंबर को शौच करने गई थी। इसी दौरान उसकी बेटी का मुंह दबाकर एक खेत में युवक ने दुष्कर्म किया। युवक के चंगुल से छूटने के बाद किशोरी चिल्लाई तो वहां मौजूद लोगों ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह फरार हो गया। दूसरे दिन युवक के घर शिकायत करने गई तो उसके बड़े भाई और पिता ने उसे जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गाली देकर भगा दिया। ग्राम प्रधान से भी उसकी कोई मदद नहीं की।
पुलिस ने भी नहीं की कार्रवाई
महिला ने बताया कि जब वह युवक के खिलाफ मनियर थाने गई तो वहां पुलिस ने सादे कागज पर अंगूठा लगवाकर कार्रवाई का भरोसा देकर घर लौटा दिया। पीड़िता की मां ने 25 सितंबर को पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र भेजकर पुत्री की मेडिकल कराकर कार्रवाई की गुहार लगाई थी।
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