एसएचओ ने नाबालिग लड़की को थाने में पीटा, इंसाफ मांगने एसपी के पास पहुंची
Balrampur news, बलरामपुर। यूपी के बलरामपुर जिले में पुलिस की दबंगई का एक मामला सामने आया है। यहां के रेहरा थानाध्यक्ष पर एक नाबालिग बालिका के घर में जबरन घुसकर उसके साथ मारपीट व जबरन थाने में ले जाकर मारपीट करने की बात सामने आई है। पीड़िता ने अपनी मां के साथ पुलिस अधीक्षक से इस मामले की शिकायत की है। मामला खाकी से जुड़ा होने के कारण पुलिस अधीक्षक ने मामले पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है।
मामला जिले के रेहरा थाना क्षेत्र के मटेहना गांव का है जहां की रहने वाली लक्ष्मी देवी के पास तीन बिस्वा जमीन थी। जिस पर वह अपना घर बना कर रह रही है। विधवा होने व घर मे कोई पुरुष के न होने का फायदा उठाकर पास ही पड़ी 3 बिस्वा जमीन पर एक पड़ोसी ने स्टे ले लिया। स्टे के बावजूद स्थानीय पुलिस की मदद से पड़ोसी ने उस पर जबरन कब्जा भी कर लिया।
आरोप है कि जब पीड़िता की ओर से कब्जे का विरोध किया गया तो रेहरा थानाध्यक्ष रामसमुझ प्रभाकर ने घर में अकेली नाबालिग बालिका को ही जमकर पीट दिया और घर पर ताला लगा दिया। जब घर में पीटने से एसओ का मन नहीं भरा तो उसे थाने उठा ले गए और वहां भी उसकी पिटाई की। पिटाई के बाद से नाबालिग बालिका सदमे में है। शाम से रात तक थाने में बिताने के बाद पीड़िता जब किसी तरह वहां से छूटी तो अपनी मां के साथ पुलिस अधीक्षक से मामले की शिकायत की। चूंकि मामला वर्दी धारी से जुड़ा है तो पुलिस अधीक्षक ने भी मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया और अभी तक इस मसले पर कोई कार्रवाई भी नहीं की गई है।
पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक अनुराधा आर्य से जब इस संबंध में जानकारी मांगी गई तो उन्होंने साफ तौर पर पीड़िता के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पीड़िता द्वारा थानाध्यक्ष पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं ऐसी कोई घटना नहीं हुई है उसकी पिटाई नहीं की गई है जिस भवन को कब्जा दिलाया गया है वह डीएम के आदेश पर कराया गया है।
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