बलरामपुर: छात्रा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुई गैंगरेप की पुष्टि, चार आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
बलरामपुर। हाथरस के बाद बलरामपुर जिले में 22 साल की छात्रा के साथ कथित तौर पर गैंगरेप के बाद उसे बुरी तरह से मारा-पीटी गया। पीड़िता को सही समय से इलाज नहीं मिला, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में मृतक लड़की के भाई की तहरीर पर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। तो वहीं, छात्रा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आ गई है। रिपोर्ट में छात्रा से गैंगरेप की पुष्टि हुई है और मौत के कारणों का पता चला है। हालांकि, इस मामले को लेकर राज्य महिला आयोग ने भी डीएम-एसपी से रिपोर्ट तलब की है।
बलरामपुर जिले के गैसड़ी कोतवाली क्षेत्र में छात्रा के साथ हुई हैवानियत में आई पीएम रिपोर्ट में छात्रा से गैंगरेप की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट की मानें तो छात्रा की मौत लीवर और आंत में गंभीर चोट लगने के कारण हुई है। चोट के कारण पीड़ित छात्रा की आंत फट गई और अधिक खून जमा होने के कारण उसकी मौत हो गई। छात्रा के शरीर में कई जगह हरे रंग के स्पॉट भी मिले थे। यह निशान आंत में अधिक खून जमा होने के कारण शरीर पर उभर आए थे।
रेप
के
बाद
आरोपियों
ने
बेरहमी
से
मारा-पीट
मीडिया
रिपोर्ट्स
के
मुताबिक,
आरोपियों
ने
गैंगरेप
के
बाद
पीड़िता
के
साथ
मारपीट
भी
की,
जिससे
उसके
लीवर
और
आंत
में
गंभीर
चोटें
आई
और
इंटरनल
ब्लीडिंग
होने
लगी।
गंभीर
हालत
में
आरोपियों
ने
छात्रा
को
रिक्शे
पर
लादकर
घर
के
पास
छोड़वा
दिया।
गंभीर
हालत
में
घर
पर
पहुंची
छात्रा
को
देखकर
परिजन
उसके
इलाज
के
लिए
पास
के
दो
चिकित्सकों
के
पास
गए,
लेकिन
गंभीर
हालत
देखते
हुए
उन्होंने
उसे
जिला
मुख्यालय
और
लखनऊ
ले
जाने
की
सलाह
दी।
लेकिन
गांव
से
कुछ
ही
दूर
जाने
पर
उसकी
मौत
हो
गई।
डॉक्टर
सईद
और
डॉक्टर
संतोष
कुमार
सिंह
स्थानीय
चिकित्सकों
ने
बताया
जब
परिजन
पीड़ित
छात्रा
को
लेकर
आए
थे
तो
उसकी
स्थिति
काफी
गंभीर
थी।
इसके
बाद
उन्होंने
छात्रा
को
रेफर
कर
दिया
था
लेकिन
रास्ते
में
ही
उसकी
मौत
हो
गई।
इस
मामले
में
केस
दर्जकर
4
गिरफ्तार
पुलिस
ने
इस
मामले
में
366,
376-डी,
302
और
एससी
एसटी
ऐक्ट
के
तहत
मुकदमा
दर्ज
किया
है
और
अब
तक
दो
नामजद
सहित
4
लोगों
को
गिरफ्तार
करके
जेल
भेज
चुकी
है।
इसमें
दो
वे
आरोपी
है,
जिन्होंने
गैंगरेप
के
बाद
अपने
घर
पर
छात्रा
के
इलाज
के
लिए
चिकित्सक
को
बुलाया
था।
इनमें
से
एक
रिक्शा
चालक
है
जो
छात्रा
को
घर
लेकर
गया।
और
एक
कम्पाउंडर
है,
जिसने
छात्रा
के
हाथ
पर
वीगो
लगाया
था।
मामले
में
परिजन
के
आरोप
पर
पुलिस
जेल
भेजे
गये
आरोपियों
के
मित्रों
को
हिरासत
में
लेकर
पूछताछ
कर
रही
है।
सर्विलांस
टीम,
तीन
सीओ
को
लगाया
गया
है
जांच
पड़ताल
में
एसपी
देव
रंजन
वर्मा
ने
बताया
कि
पीड़ित
परिजनों
को
न्याय
दिलाने
के
लिए
एएसपी
अरविंद
मिश्रा
के
नेतृत्व
में
सर्विलांस
टीम,
स्वात
टीम
और
तीन
सर्किल
के
सीओ
को
लगाया
गया
है।
और
संदिग्धों
से
पूछताछ
की
जा
रही
है।
डीएम
कृष्णा
करुणेश
ने
बताया
कि
मामले
को
लेकर
राज्य
महिला
आयोग
द्वारा
जवाब
तलब
किया
गया
है।
मामले
में
पूरी
कार्रवाई
की
रिपोर्ट
बनाकर
भेजी
जा
रही
है।
जिला
प्रशासन
की
तरफ
से
पीड़ित
परिवार
को
अर्थिक
सहायता
दी
गई
है।
आरोपियों
की
गिरफ्तारी
और
और
भी
मदद
की
जा
रही
है।