बारिश के बीच बलरामपुर में बिजली का तांडव, 36 घंटे में बेजुबान समेत 4 की मौत
बलरामपुर। यूपी के बलरामपुर जिले में विद्युत विभाग की लापरवाही के बीच बिजली ने कई लोगों की जिंदगी लील ली है। महज 36 घंटों के भीतर उतरौला क्षेत्र में ही एक बेजुबान (गाय) सहित 4 मौतें हो गईं। पहला मामला उतरौला क्षेत्र के पटेल नगर इलाके का है, फिर अन्य इलाकों की घटनाएं भी सामने आईं। मगर, विद्युत विभाग इतने बड़े हादसे से भी सबक नहीं ले रहा है। जहां-तहां लाइनें खुली पड़ी हैं। इंसान तो इंसान बेजुबान भी अपनी जान गंवा रहे हैं।
इससे पहले भी जिले के उतरौला क्षेत्र में बिजली ने तांडव मचाया था। बारिश की वजह से हाईटेंशन लाइन से एक स्कूल परिसर में करंट आने लगा था। उससे पूरा परिसर करंट से भनभनाने लगा। विद्यालय के परिसर व प्रांगण में मौजूद करीब 52 बच्चों को तेज झटका महसूस हुआ। जिससे बच्चों की हालत बिगड़ गई। जिनमें 4 बच्चों को गंभीर शॉट लगा। हालांकि, गनीमत रही कि तार टच होते ही विद्युत सप्लाई कट गई थी। जिसके चलते कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
संवाददाता के अनुसार, गाय को विद्युत खंभे में से करंट लगा। वह उसके करीब जाकर लेट गई थी, तभी खंभे के संपर्क में आते ही उसकी जान चली गई। दूसरा मामला उतरौला क्षेत्र के पिपलेश्वर मंदिर के पास का है जहां एक युवक अजय गुप्ता पुत्र टिनोपाल गुप्ता लखनऊ जाने की तैयारी कर रहा था और नहाने के बाद कुछ गीले कपड़े छत पर फैलाने के लिए गया हुआ था। तभी बरसात के कारण पास से गुजर रही लाइन के करंट की चपेट में आ गया। जिससे उसकी तड़प-तड़प कर मौत हो गयी।
तीसरा मामला भी उतरौला क्षेत्र के महदेइया चौकी अंतर्गत कटरा गिद्धौर गांव का है। जहां के रहने वाले मिश्री लाल की पत्नी मालती आज चूल्हे के पास काम कर रही थी। तभी चूल्हे के बगल पानी व बरसात से बचाव के लिए लगाए गए टीन शेड में करंट उतर आया था। मालती देवी इस बात से अनजान थी कि तभी चपेट में आ गई। जिसके बाद मालती की चीख-पुकार की आवाज सुनकर उनकी बेटी मीना भी उन्हें बचाने के लिए दौड़ पड़ी, लेकिन बेटी भी असमंजस की स्थिति में या नहीं समझ पाई कि कब वह खुद करंट की चपेट में आ गई और मां बेटी की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। मृतक मालती के 5 बच्चे थे जिनमें तीन लड़कियां और दो लड़के शामिल हैं।