पहलवान बबीता फोगाट समेत 63 के खिलाफ बागपत में दर्ज हुई FIR, लगा है यह आरोप
पहलवान बबीता फोगाट समेत 63 के खिलाफ बागपत में दर्ज हुई FIR, लगा है यह आरोप
बागपत, 25 जनवरी: चुनाव आयोग ने जनसभा और भीड़ के साथ प्रचार पर रोक लगा रखी है, इसके बावजूद जगह-जगह इन प्रतिबंधों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। तो वहीं, अब बागपत जिले में पहलवान बबीता फोगाट और भाजपा प्रत्याशी कुष्णपाल एस मलिक समेत 63 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। ये मुकदमा आदर्श चुनाव आचार संहिता और महामारी अधिनियम की धाराओं में दर्ज हुआ है।
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दरअसल, पहलवान बबीता फोगाट बागपत जिले के पाली गांव में बीजेपी प्रत्याशी केपी मलिक के समर्थन में जनसभा करने पहुंची थीं। बता दें, कृष्णपाल मलिक बडौत विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी हैं और मौजूदा विधायक भी हैं। बबीता फोगाट बीती 21 जनवरी को पाली गांव में पहुचीं थीं औऱ बतौर मुख्य अतिथि बबीता फोगाट ने केपी मलिक के समर्थन में जमकर चुनाव प्रचार किया। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने जनसभा की, जिसकी न तो परमीशन ली गई और न ही इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हुआ।
खुद बीजेपी प्रत्याशी केपी मलिक, बीजेपी बागपत जिलाध्यक्ष सूरजपाल गुर्जर, महिला रेसलर बबीता फोगाट भी बिना मास्क ही जनसभा में मौजूद रहे। गांव गलियों में बिना मास्क और बिना परमिशन केपी मलिक के पर्चो का वितरण किया जा रहा था। प्रचार की तस्वीरों को बबीता फोगाट ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया था। इस दौरान उन्होंने लिखा, 'आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपद बागपत की बड़ौत विधानसभा क्षेत्र के गांव नेवला और बली में भाजपा के प्रत्याशी श्री कृष्ण पाल सिंह मलिक जी के साथ जनसंपर्क किया सभी क्षेत्रवासियों से आह्वान किया कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में मतदान कर भाजपा प्रत्याशी को भारी बहुमत से विजय बनाएं।'
फोगाट द्वारा अपने ट्विटर अकाउंट पर तस्वीरें अपलोड करने के बाद प्रशासन ने स्वत: संज्ञान लिया। बागपत पुलिस स्टेशन के निरीक्षक हरीश चंद्र ने कहा, 'आदर्श चुनाव आचार संहिता और महामारी अधिनियम की धाराओं में बबीता फोगाट, बीजेपी प्रत्याशी केपी मलिक, जिलापंचायत सदस्य रविन्द्र व बीजेपी नेता शशांक मलिक व 60 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।' कहना है कि किसी भी प्रत्याशी को चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं करने दिया जाएगा। यदि कोई भी प्रत्याशी कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन करता हुआ मिला तो निश्चित ही उसके खिलाफ भी वैधानिक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।