डॉक्टर ने ऑपरेशन के बाद मरीज के पेट में छोड़ दिया तौलिया-बैंडेज, जानिए क्या हुआ फिर
बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में डॉक्टर की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। यहां डॉक्टर की लापरवाही के चलते एक महिला की मौत हो गई। दरअसल, बेगम निशा नाम की महिला का पथरी का ऑपरेशन जिला अस्पताल में हुआ था। ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने साफ-सफाई के लिए प्रयोग किए तौलिया-बैंडेज को अंदर ही छोड़ दिया। इसकी जानकारी ज्यादा दर्द बढ़ने पर दिल्ली के अस्पताल में इंडोस्कोपी कराने के बाद हुई। पीड़ित महिला को जब तक सही से उपचार मिल पाता तब तक शरीर में इंफेक्शन पूरी तरह फैल चुका था। बेगम निशा ने ने दिल्ली के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया।
क्या है मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बागपत के मोहल्ला मल्लाहान निवासी कौशीद के मुताबिक, उसकी पत्नी बेगम निशा (40) के पेट में करीब साढ़े पांच माह पूर्व दर्द हुआ था। अल्ट्रासाउंड कराया तो पता चला कि पित्त की थैली में पथरी है। जिला अस्पताल के एक सर्जन ने अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट देखकर ऑपरेशन कराने की सलाह दी। करीब साढ़े पांच माह पूर्व वह ऑपरेशन कराने के लिए जिला अस्पताल पहुंची। वहां एक सर्जन ने महिला का ऑपरेशन किया और ऑपरेशन के तीन दिन बाद छुट्टी कर दी। चिकित्सक ने महिला का दो महीने बाद तक उपचार किया लेकिन उसका दर्द कम नहीं हुआ।
इलाज के दौरान हुई मौत
इसकी शिकायत डॉक्टर से की तो वह करीब चार माह तक मरहम-पट्टी करता रहा। इस दौरान अस्पताल में दोबारा भर्ती किया, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। अस्पताल के दूसरे डॉक्टर ने निशा का हायर सेंटर में इलाज कराने की सलाह दी। डॉक्टर के रेफर करने पर गत 15 अक्टूबर को निशा को दिल्ली के हिदू राव अस्पताल में भर्ती कराया गया। कई दिन तक डॉक्टरों ने निशा को अपनी निगरानी में रखा और कई टेस्ट कराए। वहां पर उसकी इंडोस्कोपी कराई गई, जिसमें महिला के अंदर ऑपरेशन के दौरान छोड़े गए तौलिया-बैंडेज की जानकारी हुई लेकिन तब तक इंफेक्शन महिला के पूरे शरीर में फैल चुका था। वहां पर चिकित्सकों ने महिला का दोबारा से ऑपरेशन किया और उसके पेट से तौलिया और बैंडेज बाहर निकाला। करीब पांच दिन पूर्व 8 नवंबर को महिला की हालत ज्यादा बिगड़ गई और उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
क्या कहा सीएमएस बीएल कुशवाह ने
कौशीद का आरोप है कि उसकी पत्नी की मौत जिला अस्पताल के चिकित्सक की लापरवाही से हुई है। उसने दिल्ली के सब्जी मंडी थाना पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने परिजनों के बयान भी दर्ज किए। वहीं, इस मामले में बागपत जिला अस्पताल के सीएमएस बीएल कुशवाह ने कहा कि मामला बेहद गंभीर है लेकिन संज्ञान में नहीं है। इसकी जांच कराई जाएगी। यदि जांच में सर्जन दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
डॉक्टरों के पैनल ने किया पोस्टमॉर्टम
परिजनों के मुताबिक बेगम निशा के शव का पोस्टमॉर्टम डॉक्टरों के पैनल ने कैमरे की निगरानी में किया। पैनल में 11 चिकित्सक शामिल रहे। इसके बाद उन्होंने शव सुपुर्दे-खाक किया। बता दें कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी पेट के अंदर तौलिया-बैंडेज छोड़ने की पुष्टि हुई है।