आजमगढ़ में फिर तोड़ी गई अंबेडकर प्रतिमा, सालभर में पांचवीं बार मूर्ति को बनाया निशाना
आजमगढ़। यूपी के आजमगढ़ जिला स्थित कप्तानगंज थाना क्षेत्र में उस हड़कंप मचा हुआ है। बाबा भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस की देर रात कुछ अराजक तत्वों ने उनके मूर्ति के चेहरे को तोड़ दिया। इस घटना की सूचना मिलने के बाद भी पुलिस अब तक मौकस्थल पर नहीं पहुंची है। भाजपा नेता राहुल मिश्रा ने बताया कि कुछ अराजक तत्वों ने जिले का माहौल खराब करने और प्रदेश सरकार को बदनाम करने के लिए बाबा भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को निशाना बनाया है। बता दें कि आजमगढ़ जिले के कप्तानगंज में अंबेडकर प्रतिमा तोड़ने की यह पांचवी घटना सामने आई है। जिसके बाद अब लोग उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग चाहते हैं जो जिले का माहौल खराब करना चाहते हैं।
साजिश करने का भाजपा नेता लगा रहे आरोप
दरसअल आजमगढ़ के कप्तानगंज जिले के राजा पट्टी गांव में बाबा भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को साल में पांचवीं बार तोड़ने का मामला सामने आया है। इसके पहले मार्च 2018 में भी इसी प्रतिमा को तोड़ दिया गया था। जिसके बाद स्थानीय लोगों और ग्रामीणों ने चक्का जाम कर दिया था। इस घटना की जानकारी के बाद पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे थे और जांच में यह बातें सामने आई थी कि मूर्ति को 1 स्कूल प्रबंधक ने जमीन को हड़पने की नियत से निशाना बनाया था। जिसके बाद पुलिस ने स्कूल के प्रबंधक पर कार्रवाई करते हुए उसे जेल भी भेजा था। ऐसे में साल के अंत में इस तरीके की घटना के बाद अब लोगों में फिर से नाराजगी है। भाजपा नेता राहुल मिश्रा की माने तो बार-बार इस मूर्ति को साजिश रूप करके निशाना बनाया जा रहा है।
लखनऊ में भी मचा बवाल
लखनऊ में 6 दिंसबर को बाबा भीमराव अंबेडकर के 63वें परिनिर्वाण दिवस के मौके पर अंबेडकर छात्रावास के छात्र हजरतगंज स्थित अंबेडकर प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने पहुंचे। इस दौरान गेट पर ताला और बैरिकेडिंग लगी देख सभी छात्र भड़क उठे। छात्रों ने गेट फांदकर आधी रात में अंबेडकर प्रतिमा पर फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान अंबेडकर प्रतिमा के गेट पर छात्रों ने जय भीम के नारे लगाए। छात्रों का कहना है कि सरकार ने राजनीतिक कारणों के चलते प्रतिमा के गेट पर ताला लगवाया है।