आजमगढ़: आंगनबाड़ी से मिले दूध को पीने से जुड़वा बच्चों की मौत
Azamgarh News: आजमगढ़। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के मुबारकपुर थाना क्षेत्र के काशीपुर में शनिवार को दो जुड़वा बच्चों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि आंगनबाड़ी से मिला दूध पिलाने के बाद दोनों बच्चों की मौत हुई है। सूचना मिलते ही आनन-फानन में आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और बच्चों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। अधिकारियों का कहना है कि दूध छह माह से अधिक के बच्चे को पिलाना था, लेकिन गलती से दुधमुंहे बच्चे को पिला दिया गया। पीड़ित परिवार के घर पर एक अन्य कंपनी के दूध का पैकेट भी बरामद हुआ। दोनों ही दूध को सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। इस मामले में जिलाधिकारी राजेश कुमार ने जांच समिति का गठन किया है।
मुबारकपुर थाना क्षेत्र के काशीपुर गांव निवासी मधुबाला ने दो माह पहले जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था। दोनों बच्चे स्वास्थ्य थे। परिजनों का दावा है कि आंगनबाड़ी से मिले दूध के पैकेट को खोलकर दोनों बच्चों को शुक्रवार की रात को मधुबाला ने पिलाया और सभी सो गए। शनिवार की तड़के जब मधुबाला सोकर उठी तो दोनों बच्चे मृत मिले। दोनों बच्चों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। निर्वतमान प्रधान ने आशा बहू, आंगनबाड़ी कार्यकत्री को मौके पर बुलाया। उधर, आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। जानकारी होने पर स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और आलाधिकारियों को घटना की जानकारी दी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों की टीम भी मौके पर पहुंच गई।
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी डीके राय ने दूध की जांच के बाद कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों से वितरित होने वाला स्किड मिल्क पराग ब्रांड के दूध का पैकेट छह माह के ऊपर के बच्चों और गर्भवती और धात्री महिलाओं के लिए होता है। मौके पर नेस्ले लेक्टोजेन प्रथम का भी डिब्बा बरामद हुआ है। जानकारी मिली कि दोनों दूध को मिलाकर पिलाया गया है। आंगनबाड़ी के दूध के पैकेट के साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पास उपलब्ध पैकेट व सठियांव स्थित उस दुकान से नेस्ले लेक्टोजेन प्रथम का सैंपल लिया गया है, जहां से खरीदा गया था। इस मामले में जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार मौर्य ने बताया कि विभाग की तरफ से वितरित किए जाने वाले स्किड मिल्क केवल छह माह के ऊपर के बच्चों, गर्भवती व धात्री महिलाओं के उपयोग के लिए दिया जाता है। उन्होंने कहा कि यह अनजाने में हुई गलती का मामला है।
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