जिस बेटी की हत्या के आरोप में आठ महीने से जेल में बंद थे पिता और भाई, वो लॉकडाउन में प्रेमी के साथ आई वापस
अमरोहा। उत्तर प्रदेश के अमरोहा में आदमपुर पुलिस का एक ऐसा कारनामा सामने आया है, जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। दरअसल, आदमपुर पुलिस ने जिस युवती की हत्या के आरोप में उसके पिता और भाई समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वो युवती आठ महीने बाद अपने प्रेमी (पति) के घर से जिंदा बरामद हुई है। हैरानी की बात यह है कि युवती को भी नहीं पता था कि उसकी हत्या के आरोप में उसके पिता और भाई जेल में बंद है। वहीं, अब मामला अधिकारियों के संज्ञान में आया तो उनके होश उड़ गए। फिलहाल पुलिस सभी लोगों को जेल बाहर निकालने की कार्यवाही में जुट गई है।
तफ्तीश के बाद पुलिस पिता और भाई को किया गिरफ्तार
आदमपुर थाना क्षेत्र के मलकपुर गांव निवासी रूपकिशोर ने पिछले साल 6 फरवरी को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी बहन कमलेश खेत से गायब हो गई थी। बहन के अपहरण की आशंका जताते हुए उसने अपने ताऊ रोहताश, दामाद हरफूल और उसके साथी होराम तथा खेमवती के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने हरफूल और होराम को गिरफ्तार कर चालान किया था। काफी समय बाद उनकी जमानत हुई। इस बीच तफ्तीश के बाद पुलिस ने बीती 28 दिसंबर को कमलेश के पिता सुरेश खड़गवंशी, मुकदमे के वादी भाई रूपकिशोर और गांव में सिलाई की दुकान करने वाले गजरौला थाना क्षेत्र के गांव शीशोवाली निवासी देवेंद्र को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने हत्याकर शव को गंगा में फेंकने का किया था दावा
पुलिस ने दावा किया कि तीनों ने मिलकर नौ फरवरी 2019 को कमलेश की गोली मारकर हत्या करने के बाद शव गंगा में फेंक दिया। पुलिस ने देवेंद्र की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद दिखा दिया। पुलिस ने कमलेश के कपड़े और चप्पल भी गंगा के किनारे से बरामद दिखाए। कमलेश की हत्या में आरोपी बनाए गए तीनों लोग अभी तक जेल में ही हैं।
कमलेश को उसके प्रेमी राकेश के घर से पकड़ा
उधर, परिजनों ने गुरुवार को कमलेश को पौरारा निवासी राकेश सैनी के घर देखा तो उनके होश उड़ गए। गांव के तमाम लोग शुक्रवार की सुबह मौके पर पहुंच गए। कमलेश और उसके पति राकेश को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पूरे मामले में पुलिस का फर्जीवाड़ा उजागर होने पर लोगों का गुस्सा भड़क गया। थाने पर भीड़ जमा हो गई और हंगामा किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने रूप किशोर, देवेंद्र और सुरेश से जबरन हत्या करने की बात कबूल कराई।
कमकमलेश को नहीं था पतालेश को नहीं था पता
वहीं, कमलेश की मानें तो उसे नहीं पता था कि उसके पिता सुरेश खड़गवंशी और भाई रूपकिशोर जेल में बंद है। वो तो अपने प्रेमी राकेश के संग फरार होने के बाद दिल्ली में रह रही थी। प्रेमी दिल्ली में मेहनत मजदूरी करता है। कोरोना संक्रमण को लेकर प्रतिबंध लगने के बाद काम नहीं मिला तो प्रवासी मजदूरों के साथ वह भी अपने गांव पौरारा लौट आए। कमलेश ने बताया कि उसे यह पता ही नहीं था कि पिता व भाई उसकी हत्या के आरोप में जेल में बंद हैं। अगर पता चल जाता तो वह खुद के जीवित होने का संदेश किसी माध्यम से स्वजनों तक जरूर पहुंचा देती।