बच्चा चोरी के शक में मंदबुद्धि युवक को भीड़ ने पीट-पीकर उतारा मौत के घाट, फिर सड़क पर घसीटा
अमरोहा। उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में बच्चा चोरी के शक में उन्मादी भीड़ ने एक मंदबुद्धि युवक की जमकर पिटाई कर दी। इतना ही नहीं भीड़ युवक को सड़क पर घसीटा, जिससे युवक की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। भीड़ का जब इससे भी दिल नहीं भरा तो उसे पुल से नीचे फेंक दिया। जिससे घटना को हादसे का रूप दिया जा सके। आपको बता दें कि पिछले एक महीने में यूपी के अंदर बच्चा चोरी की अफवाह पर निर्दोषों की पिटाई के अब तक 53 मामले सामने आए हैं।
क्या है मामला
न्यूज़ 18 की खबर के अनुसार, मामला अमरोहा जिले के आदमपुर थाना क्षेत्र के देहरी गांव का है। पुलिस मंदबुद्धि युवक की मौत को हादसा मान कर चल रही थी, लेकिन गुरुवार को मृतक युवक की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। बता दें कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो दिख रहा है कि बच्चा चोरी के शक में भीड़ मंदबुद्धि युवक को तड़पा-तड़पा कर पीट रही है। भीड़ ने घटना को हादसे का रूप देने के लिए उसके शव को सम्भल जिले के रजपुरा थाना क्षेत्र के गांव निर्यावली के जंगलो में फेंक दिया। बुधवार को संभल पुलिस ने युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम लिए भेज दिया था।
संभल के चंदौसी में भी हुई थी मॉब लिंचिंग
इससे पहले संभल जिले के चंदौसी में मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया था। कुढ़ फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के छाबड़ा गांव निवासी त्रिलोकी के सात वर्षीय बेटे रवि को सुबह दस बजे उल्टी-दस्त शुरू हो गए। उन्होंने रीठ गांव के एक निजी चिकित्सक से दवाई दिलाई, लेकिन फायदा नहीं हुआ। दोपहर को उसकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद त्रिलोकी के दो भाई रामौतार और राजू भतीजे रवि को बाइक पर बैठाकर चंदौसी के अस्पताल में उपचार के लिए निकल पड़े। दोपहर एक बजे जब दोनों भाई भतीजे को लेकर असालातपुर जरई गांव से गुजर रहे थे तो वहां मौजूद ग्रामीणों की नजर उन पर पड़ गई। पेट दर्द से चीख रहे बच्चे को देखकर ग्रामीणों को लगा कि उसे जबरन उठा कर ले जाया जा रहा है।
नहीं सुनी किसी ने
रामौतार और राजू को बच्चा चोर समझकर ग्रामीण ने शोर मचाना शुरू कर दिया। आनन-फानन में करीब 300 लोगों की भीड़ मौके पर इकट्ठा हो गई। बच्चा चोरी के शक में दोनों भाइयों को बिना पूछताछ के ही लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया। दोनों को इतनी बेरहमी से पीटा गया कि उनकी कपड़े तक फट गए। इस बीच दोनों गुहार लगाते रहे कि बच्चा उनका भतीजा है, लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी। इस बीच, मौके पर पहुंची डायल-100 की टीम भी दोनों को बचा नहीं सकी। पुलिस के सामने ही भीड़ दोनों को पीटती रही। दोनों को पीट-पीटकर अधमरा करने के बाद छोड़ा। अस्पताल ले जाते वक्त राजू ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया, जबकि रामौतार गंभीर हालत में भर्ती है।