तूफान ने लीला नाव से घर लौट रहा परिवार, एक साथ जली कई चिताएं देख हर किसी की आंख से बहे आंसू
फिरोजपुर। पंजाब के सरहदी क्षेत्र फिरोजपुर में एक साथ एक ही परिवार की 3 चिताएं जलीं तो शमशानघाट पर हर किसी की आंखें नम हो गईं। यहां बीती रात घर पर मातम पसरा। यह मातम तब पसरा, जब भारत-पाकिस्तान को जोडऩे वाले हुसैनीवाला बॉर्डर पर सतलुज नदी में उफान आ गया था। एक नाव उस उफान वाले तूफान की चपेट में आ गई। नाव में सवार तीन लोगों की नदी में डूबने से मौत हो गई। जबकि, तीन अन्य को डूबने से बचा लिया गया, उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
संवाददाता के अनुसार, नाव में सवार होकर एक ही परिवार के छह लोग दरिया के पार अपने खेतों में धान लगाकर वापस आ रहे थे कि जब उनकी नाव बीच दरिया में पहुंची तो अचानक तूफान आ गया। जिससे नाव का संतुलन बिगड़ गया। जिससे तीन की मौत हो गई जबकि अन्य तीन की हालत गंभीर है। मृतकों की पहचान जसपाल सिंह, सोनिया और संजना के रूप में हुई है। घायलों में से दो को फिरोजपुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
बताया जा रहा है कि फिरोजपुर गांव छीने वाले चुग्गे निवासी सरोज (25) पुत्री संता सिंह, जसमीन (6) पुत्री काला सिंह, सिमरन (3) पुत्री मनजीत सिंह, जसपाल सिंह (18) पुत्र जोगिंदर सिंह, सोनिया (22) पुत्री जोगिंदर सिंह और संजना (12) पुत्री हरजीत सिंह नदी पार अपने खेतों में धान लगाने गए थे। मंगलवार शाम करीब सात बजे यह लोग नाव से लौट रहे थे। उस समय सतलुज में पानी काफी ज्यादा है और शाम को काफी तेज आंधी भी आई। इसी कारण उनकी नाव पलट गई। नाव पलटने से जसपाल सिंह, सोनिया और संजना की मौत हो गई। जबकि, सरोज, जसमीन और सिमरन को बचा लिया गया, उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। उनका ईलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है। करीब 6 साल पहले गांव मुठियांवाला के पास इसी तरह के एक हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई थी।
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