अमृतसर: एक शख्स की अय्याशी की वजह से तबाह हो गया पूरा परिवार, खुद ही 4 लाशें नहर में फेंकी
अमृतसर। पंजाब के अमृतसर जिला के अजनाला में दो दिन पहले एक परिवार के अचानक लापता हुए चार सदस्यों का केस पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस के मुताबिक, चार लोगों की लाशें नहर में मिलीं। एक शख्स ने अपने अवैध संबंध की वजह से परिवार के सभी सदस्यों को मौत के घाट उतार दिया। हत्यारे को पूरा परिवार अपने अवैध संबंध में बाधा लग रहा था।
अचानक गायब होने पर पुलिस हरकत में आई
बता दें कि, अजनाला से सटे तेड़ा खुर्द इलाके के हरवंत सिंह ने पुलिस में अपने परिवार के चार लोगों के गुम होने की शिकायत झंडेर थाना में पुलिस को दी थी। लेकिन पुलिस जांच आगे बढऩे से पहले ही वह भी खुद लापता हो गया। एक ही परिवार के चार सदस्यों के अचानक गायब होने पर पुलिस हरकत में आई, तो कई खुलासे हुए। अंत में अवैध संबन्धों में हत्या का मामला सामने आया। इस मामले पर एस.पी. इन्वैस्टीगेशन हरपाल सिंह ने बताया कि पुलिस जांच के दौरान ही हरवंत सिंह के साले मेजर सिंह ने पुलिस को सूचना दी कि घर के सभी सदस्यों को उनके जीजा ने ही लापता करवाया है।
20 जून को एक महिला का शव बरामद हुआ
उसके बाद पुलिस को जगदेव कला की नहर लाहौर ब्रांच से 20 जून को एक महिला दविन्द्रपाल कौर का शव बरामद हुआ। उसके बाद 21 जून को दविन्द्रपाल कौर की बेटी शरणजीत कौर व एक लडक़े ओंकार सिंह का शव गांव राणे वाली के समीप से मिला और दूसरे लडक़े लवरूप का शव गांव सैंसरा कला के से बरामद किया गया। जिससे साफ हो गया कि चारों का कत्ल हरवंत सिंह ने ही किया है।
भांजे कुलदीप सिंह के साथ मिलकर अय्याशी करता था
उसके बाद पुलिस ने हरवंत सिंह को उसके दो साथियों सोनू व झीगड़ सहित गिरफ्तार किया गया। आरोपियों का चौथा साथी हरवंत का भांजा कुलदीप सिंह अभी पुलिस की पकड़ से दूर चल रहा है जिसकी तलाश में पुलिस लगातार छापामारी कर रही है। पुलिस ने खुलासा किया है कि प्रेम संबंधों के चलते घर के मुखिया ने पत्नी व बच्चों को मौत के घाट उतारा। इस मामले की अभी तक जो जांच हुई है। उसमें पता चला है कि हरवंत सिंह का चाल-चलन ठीक नहीं था। उसके गांव की कई महिलाओं के साथ अवैध संबंध थे और वह अपने भांजे कुलदीप सिंह के साथ मिलकर अय्याशी करता था। उसकी पत्नी मृतका दविन्द्रपाल कौर व उसके बेटे व बेटियां शरणजीत कौर, ओंकार सिंह व लवरूप सिंह पढ़े-लिखे होने के कारण सभी हरवंत सिंह को बुरे कामों से रोकते थे। जिस कारण हरवंत सिंह को अपने परिवार के सदस्य अच्छे नहीं लगते थे और उसने सभी को मौत के घाट उतारने का फैसला ले लिया। 16 जून की रात हरवंत सिंह ने अपने भांजे कुलदीप सिंह व अन्य दो साथियों के साथ मिलकर पत्नी व तीनों बच्चों को घर में सोते समय डंडों से पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया। उसके बाद आरोपियों ने सभी शवों को एक जिप्सी में डाला और उन्हें नहर में फैंकने के लिए चले गए।
कहानी का दूसरा एंगल यह भी
उधर, कहानी का दूसरा एंगल यह भी है कि हरवंत सिंह को अपनी पत्नी पर शक था इसलिए घर में क्लेश रहता था। इसी क्लेश के चलते हरवंत सिंह ने अपने साथियों के साथ सारे परिवार को खत्म कर दिया । पुलिस मामले की जांच में जुटी है। इस अवसर पर उनके साथ डी.एस.पी. अजनाला हरप्रीत सिंह व थाना झंडेर के इंचार्ज यादविन्द्र सिंह भी थे।
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