जब स्मृति ईरानी ने भाई सुरेंद्र के चरणों में झुकाया सिर, रो पड़ा हर शख्स
Amethi news, अमेठी। अमेठी से नवनिर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी ने जिस तरह से दिवंगत सुरेंद्र सिंह के परिवार को संभाला है, यह बताता है कि एक किसी भी राजनीतिक पार्टी के लिए कार्यकर्ता कितना मायने रखता है। हालांकि, स्मृति ने सांसद होने के नाते कम बहन होने का फर्ज निभाते हुए सुरेंद्र सिंह की अर्थी को न सिर्फ कंधा दिया, बल्कि श्मशान घाट तक भाई की अर्थी को उठाए रखा। उन्होंने अर्थी को हिंदू रीति रिवाज के अनुसार रास्ते में पांच जगह जमीन पर रखा और उठाया। यही नहीं बड़े अपने भाई के चरणों में सिर झुकाकर बहन होने का एहसास कराया।
हर शख्स की आंख में थे आंसू
स्मृति ईरानी ने जब सुरेंद्र सिंह की अर्थी उठाई तो वहां मौजूद हर शख्स के आंख में आंसू आ गए। पूरा गांव जब तक सूरज- चांद रहेगा सुरेंद्र तेरा नाम रहेगा के नारों से गूंज उठा।स्मृति ने सुरेंद्र के बेटे अभय को खुद से चिपका लिया और उसका हाथ अपने सिर पर रखकर कहा, 'कसम खाओ मेरी कि तुम कुछ गलत नहीं करोगे।' स्मृति ने कहा, तुमने अपने पापा को और हमने अपना भाई खोया है।
स्मृति ईरानी ने क्या कहा?
स्मृति ईरानी ने कहा, 'मैंने सुरेंद्र सिंह के परिवार के सामने संकल्प लिया है कि जिसने गोली मारी, जिसने गोली चलाने का आदेश दिया, इन सभी अपराधियों को मौत की सजा दिलाने के लिए यदि सुप्रीम कोर्ट भी जाना पड़े तो बीजेपी के कार्यकर्ता सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे। न्याय सुरेंद्र सिंह के परिवार को दिलवाएंगे।'
पांच नामजद, तीन अरेस्ट
बता दें, सुरेंद्र सिंह हत्याकांड में कांग्रेसी नेता बीडीसी सदस्य रामचंद्र समेत पांच लोगों को नामजद किया गया है। इनमें धर्मनाथ गुप्ता, नसीम, वसीम और गोलू का नाम शामिल हैं। मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि सात अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।