पुलिस हिरासत में व्यापारी की मौत: प्रियंका-अखिलेश का योगी सरकार पर हमला, निष्पक्ष जांच की मांग
अमेठी। यूपी के अमेठी में 45 वर्षीय कारोबारी की पुलिस कस्टडी में मौत का मामला अब तूल पकड़ चुका है। परिजनों के पुलिस पर थर्ड डिग्री देने के आरोपों के बाद विपक्षी दल प्रदेश की योगी सरकार पर हमलावर हो गए हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने यूपी सरकार पर झूठी दलीलें देकर मामले को दबाने की साजिश का आरोप लगाया है। प्रियंका ने मामले की निष्पक्ष जांच कराने और पीड़ित परिवार को तत्काल राहत राशि देने की मांग की है। वहीं, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश ने भी मामले की निष्पक्ष जांच के कराने की मांग की है।
प्रियंका गांधी का यूपी सरकार पर हमला
प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर हमला करते हुए ट्वीट किया, ''यूपी पुलिस अपराधियों पर मेहरबान है लेकिन हर दिन नागरिकों को परेशान करने में माहिर है। प्रतापगढ़ के सत्य प्रकाश शुक्ला का परिवार बता रहा है कि उनको बच्चों के सामने टॉर्चर किया गया। हापुड़ में इस तरह की घटना हुई थी। भाजपा सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही।''
अखिलेश यादव का ट्वीट
अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा, ''अमेठी में पुलिस-हिरासत में हुई सत्य प्रकाश शुक्ला की मौत से उपजे जनाक्रोश को भाजपा सरकार झूठी दलीलें देकर दबाना चाह रही है। परिजनों ने थर्ड डिग्री की प्रताड़ना का जो आरोप लगाया है उसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए नहीं तो भाजपा सरकार से जनता का रहा-सहा भरोसा भी उठ जाएगा।''
क्या है पूरा मामला
5 अक्टूबर को पीपरपुर थाना क्षेत्र के परसोइया गांव के पास बाइक सवार बदमाशों ने कार सवार बैंककर्मियों पर फायरिंग कर 26 लाख रुपए लूट लिए। 28 अक्टूबर की रात पीपरपुर पुलिस और एसओजी टीम अमेठी के बाबूगंज बाजार में रहने वाले 45 वर्षीय कारोबारी सत्य प्रकाश शुक्ला के घर पहुंची। घर की तलाशी ली गई तो कुछ नहीं मिला, पुलिस सत्य प्रकाश को थाने उठा ले गई।
पुलिस की थर्ड डिग्री से मौत का आरोप
29 अक्टूबर की सुबह पुलिस सत्य प्रकाश को सुल्तानपुर अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक सत्य प्रकाश शुक्ला के भाई का आरोप है कि पुलिस की थर्ड डिग्री से उनके भाई की मौत हुई है। वहीं, सत्य प्रकाश के बेटे ने बताया कि 10 से 12 पुलिसकर्मियों ने थाने ले जाने से पहले रास्ते में ही पिता की पिटाई शुरू कर दी थी। बेरहमी से पिटाई की वजह से उनके पिता की मौत हो गई। इस मामले मे सुल्तानपुर पुलिस अधीक्षक हिमांशु कुमार के निर्देश पर क्राइम ब्रांच प्रभारी, पीपरपुर थाने की पुलिस समेत 15 पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।
अमेठी: लूट के आरोप में पकड़े गए कारोबारी की कस्टडी में मौत, पुलिस पर थर्ड डिग्री देने का आरोप