सउदी अरब में हुई भारतीय की मौत, शव के लिए 3 माह से सुषमा स्वराज से गुहार लगा रहा परिवार
4 साल पहले सऊदी अरब गए भाई की 3 माह पहले हुई वहीं मौत, बहुत कोशिशें कीं लेकिन भारत नहीं आ पाया है उसका शव
Uttar pradesh news, अमेठी। घर के माली हालात देख चार साल पहले सऊदी अरब गया एक शख्स बीते 23 सितंबर को वहीं चल बसा। अमेठी में उसके परिजनों को फोन पर उसके हार्ट अटैक से मरने की सूचना मिली। तब से अबतक, यानी तीन महीने बाद भी उसका शव स्वदेश नहीं लाया जा सका है। उसके शव को वतन की मिट्टी नसीब कराने के लिए उसके भाई ने दिल्ली में विदेश मंत्रालय से लेकर, अपने इलाके के सांसद, विधायक तक के दर की खाक छानी, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। मृतक का परिवार हताश है और सिवाए आश्वासनों के उन्हें कुछ नहीं मिल पा रहा।
अमेठी
से
कमाने
के
लिए
दम्माम
शहर
को
भरी
थी
उड़ान
जानकारी
के
अनुसार,
यूपी
में
अमेठी
जिले
के
शुकुल
बाज़ार
थाना
क्षेत्र
के
सत्थिन
गांव
का
दिनेश
कुमार
विदेश
जाकर
परिवार
के
लिए
कुछ
करना
चाहता
था।
इसीलिए,
दिनेश
ने
चार
साल
पहले
सऊदी
अरब
के
दम्माम
शहर
की
उड़ान
भरी।
दिनेश
के
पिता
श्री
चन्द्र
समेत
पूरे
परिवार
को
उसकी
नौकरी
से
संतुष्टि
मिली।
दिनेश
ने
घरेलू
ड्राइवर
(साइक-खास)
के
वीजे
पर
दम्माम
पहुंचने
के
बाद
काम
शुरू
किया
था।
मगर
बीते
23
सितंबर
को
उसके
हार्ट
अटैक
से
मौत
की
खबर
मिली।
घर
पर
कोहराम
मच
गया।
चक्कर
काटता
फिर
रहा
परिवार
दिनेश
का
शव
सउदी
से
लाने
के
परिजनों
ने
विदेश
मंत्रालय
से
मदद
मांगी।
इसके
लिए
मृतक
दिनेश
के
भाई
मुकेश
कुमार
ने
दिल्ली
में
चक्कर
काटे।
मगर,
बाद
नतीजा
हाथ
नहीं
लगा
तो
उसने
स्वास्थ्य
एवं
परिवार
कल्याण
राज्यमंत्री
के
अतिरिक्त
निजी
सचिव
अखिलेश
कुमार
से
मुलाकात
की।
फिर
विदेश
मंत्री
के
अतिरिक्त
निजी
सचिव
विजय
प्रकाश
दिवेदी
को
26
सितम्बर
2018
को
पत्र
लिखा।
ठीक
दो
दिन
बाद
उसने
केंद्रीय
कपड़ा
मंत्री
स्मृति
ईरानी
और
सुल्तानपुर
सांसद
वरुण
गांधी
से
भी
मुलाकात
की।
इन
नेताओं
ने
भी
विदेश
मंत्री
को
लेटर
लिखा।
पुलिस बनने से ठीक पहले यूपी की बेटी हुई प्रेमी की खूनी हवस की शिकार
इसके बाद 15 नवम्बर 2018 को खाड़ी प्रभाग के अवर सचिव (एसकेवाईसी) आर. श्रीनिवास ने विदेश मंत्रालय को एक लेटर लिखकर जानकारी दी कि सऊदी दूतावास से बराबर सम्पर्क में हैं। वहां जांच जारी है और वो लोग पोस्टमार्टम रिपोर्ट का वेट कर रहे हैं।' मगर अब दिसंबर बीतने को है, लेकिन उसका शव स्वदेश नहीं लौट पाया है।
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