फूलन की सियासी विरासत बचाने चुनावी मैदान में उतरा कांग्रेस प्रत्याशी पति, कहा- मैं हूं असली राम भक्त
Ambedkar Nagar News, अंबेडकर नगर। बुंदेलखंड के बीहड़ों से निकलकर सियासत में आई फूलन सिंह की हत्या के बाद अब उनके पति उम्मेद सिंह निषाद चुनावी मैदान में अपनी सियासी साख बचाने की लड़ाई में जुट गए है। उम्मेद सिंह निषाद को कांग्रेस ने अंबेडकर नगर से उम्मीदवार बनाया है। निषाद ने शुक्रवार को भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने खुद को भाजपा से बड़ा राम भक्त बताया है। कहा, 'मैं उसका वंशज हूं जिन्होंने श्रीराम को नदी पार कराई थी'।
कौन
हैं
उम्मेद
निषाद
गठबंधन
के
भंवर
में
फंसी
अंबेडकर
नगर
लोकसभा
सीट
पर
अपना
परचम
लहराने
के
लिए
कांग्रेस
ने
बुंदेलखंड
के
बीहड़ों
की
रानी
कुख्यात
डकैत
फूलन
देवी
के
पति
उम्मेद
निषाद
पर
दांव
लगाया
है।
फूलन
देवी
जब
बीहड़
छोड़
राजनीति
में
आई
तो
लोकतंत्र
के
सबसे
बड़े
मंदिर
लोकसभा
में
पहुंच
गयी।
फूलन
देवी
की
मौत
के
बाद
उनके
पति
उम्मेद
निषाद
को
पत्नी
की
सियासी
विरासत
को
बचाने
के
लिए
मैदान
में
उतर
गए
हैं।
उम्मेद
निषाद
को
कांग्रेस
ने
अपना
उम्मीदवार
बना
कर
जिले
की
राजनीति
में
नया
समीकरण
बना
दिया
है।
बदल
रहा
है
जिले
का
सियासी
समीकरण
अंबेडकर
नगर
की
राजनीति
में
गत
तीन
दशक
के
अंदर
बसपा
और
सपा
का
दबदबा
रहा
है।
मायावती
ने
यहां
से
चार
बार
लोकसभा
चुनाव
में
जीत
हासिल
की
है।
सबसे
पहले
वह
1989
में
चुनाव
जीतकर
संसद
पहुंचीं।
इसके
बाद
उन्होंने
1998
और
1999
में
जीत
हासिल
की।
लेकिन
2002
में
उत्तर
प्रदेश
की
मुख्यमंत्री
बनने
के
बाद
उन्होंने
यह
सीट
छोड़
दी।
अंबेडकर
नगर
से
दो
बार
बीएसपी
से
सांसद
रहे
राकेश
पांडेय
को
2014
में
बीजेपी
के
हरिओम
पांडेय
ने
एक
लाख
चालीस
हजार
वोटों
से
हराया
था।
लेकिन
इस
बार
कांग्रेस
ने
फूलन
देवी
के
पति
को
मैदान
में
उतार
कर
मुकाबला
दिलचस्प
बना
दिया
है।
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