विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद राजस्थान का पपला गुर्जर चर्चा में, पुलिस पर AK-47 से फायर के बाद फरार
जयपुर। उत्तरप्रदेश के गैंगस्टर विकास दुबे का खेल 7 दिन में खत्म हो गया। 2 जुलाई की रात को यूपी के गांव बिकरू में डीएसपी समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर फरार हुए गैंगस्टर विकास दुबे का 10 जुलाई 2020 सुबह कानपुर देहात इलाके में एनकाउंटर कर दिया गया। विकास दुबे के एनकाउंटर के साथ ही राजस्थान में शातिर अपराधी पपला गुर्जर चर्चा में आ गया है। यह राजस्थान पुलिस पर एके-47 से गोलियां दागने के बाद से फरार चल रहा है। बीते दस माह में राजस्थान पुलिस की कई टीमें उसको तलाश नहीं कर पाई हैं।
6 सितम्बर 2019 से फरार चल रहा है पपला गुर्जर
6 सितम्बर 2019 को विक्रम उर्फ पपला गुर्जर की गैंग ने राजस्थान में अलवर जिले के बहरोड़ थाने पर हमला बोला था। एके-47 से ताबड़तोड़ फायरिंग के बाद शातिर अपराधी पपला को पुलिस की गिरफ्त से छुड़वा ले गए थे। उसकी तलाश कई राज्यों में की गई। लाखों का इनाम भी रखा गया है। पिछले माह ही चूरू जिले में हुई हत्या की एक वारदात में पपला गुर्जर का नाम सामने आया था।।
महाकाल का भक्त है पपला गुर्जर भी
यूपी में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाला विकास दुबे महाकाल का भक्त था। 9 जुलाई 2020 को विकास दुबे की गिरफ़्तारी भी मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर से हुई। बताया जा रहा है कि पपला गुर्जर भी महाकाल का भक्त है। पिछले साल राजस्थान पुलिस पर हमला करने के फरार होने के बाद पपला गुर्जर ने अपने इंस्टाग्राम आईडी पर 'यार तेरा फरार स जय महाकाल' लिखा हुआ था। वहीं, अब जय महाकाल ग्रुप एसपी लिखा हुआ है।
जानिए कौन है पपला गुर्जर
गैंगस्टर पपला गुर्जर हरियाणा के महेन्द्रगढ़ जिले के खैरोली गांव का रहने वाला है। पपला गुर्जर हरियाणा के रेवाड़ी रेंज के कई जिलों में संगीन वारदातों को अंजाम दे चुका है। अपने गुरु शक्ति गुर्जर की हत्या का बदला लेने के लिए अपराध की दुनिया में कदम रखा और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। हरियाणा के साथ-साथ पपला राजस्थान में भी आतंक का पर्याय है।
अलवर के बहरोड़ थाने से हुआ था फरार
सितम्बर 2019 को गैंगस्टर पपला गुर्जर अपनी गैंग के करीब एक दर्जन बदमाशों के साथ अलवर जिले के बहरोड़ थाना इलाके में आया हुआ था। यहां पर लादेन गैंग से हिस्ट्रीशीटर जसराम गुर्जर उर्फ जसराम पटेल की हत्या का बदला लेना चाहता था। इसी दौरान बहरोड़ पुलिस के हत्थे चढ़ गया था। बहरोड़ पुलिस पपला गुर्जर को पकड़कर थाना तो ले आई, मगर 24 घंटे भी हिरासत में नहीं रख सकी। पपला गुर्जर के साथियों ने फिल्मी स्टाइल में बहरोड़ पुलिस थाने पर हमला करके उसे छुड़ा ले गए।
22 साल में 34 एनकाउंटर कर चुकी है राजस्थान पुलिस
राजस्थान पुलिस 1998 से लेकर अब तक करीब 34 अपराधियों को मौत की नींद सुला चुकी है। राजस्थान पुलिस ने आखिरी एनकाउंटर 24 जून 2017 की रात को चूरू जिले की रतनगढ़ तहसील के गांव मालासर में आनंदपाल सिंह का किया था। बीते 22 साल में राजस्थान पुलिस ने जिन 34 अपराधियों का एनकाउंटर किया। उनमें यूपी, हरियाणा और कुछ अन्य राज्यों में भी वांछित अपराधी शामिल हैं।
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नागौर सांसद बेनीवाल ने उठाया सवाल
पुलिस पर हमला करने वाले कुख्यात बदमाश के खुले घुमने पर विपक्ष ने गहलोत सरकार को कटघरे में खड़ा करना शुरू कर दिया है। नागौर सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने यहां तक कह दिया है कि गहलोत सरकार कानूनी रूप से विफल रही है। विकास दुबे 6 दिन में पकड़ा गया और पपला 10 महीने से फरार है।
पाकिस्तान
में
फंसी
है
राजस्थान
के
3
बच्चों
की
मां,
पति
ने
भारत
सरकार
से
लगाई
मदद
की
गुहार