Mob lynching Alwar : पहलू खान केस की दोबारा होगी जांच, राजस्थान सरकार ने लिया बड़ा फैसला
अलवर। देशभर में अलवर को शर्मसार करने वाले पहलू खान मॉब लिंचिंग को लेकर एक बार फिर से बड़ी खबर आई है। अलवर मॉब लिंचिंग केस की दोबारा जांच होगी। निचली कोर्ट की ओर से मामले के सभी आरोपियों को बरी किए जाने के बाद राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने गृह विभाग को मामले को एग्जामिन करने के निर्देश दिए हैं।
निचली अदाल के फैसले के बाद सीएम गहलोत ने बैठक बुलाई और हाईकोर्ट में अपील के साथ जांच के आदेश दिए। साथ ही मामले को एक बार फिर से शुरू से इंवेस्टिगेट किया जा रहा है। इसके अलावा यह पता लगाने की भी कोशिश की जा रही है कि इस मामले की पैरवी में कहां लापरवाही की गई है। बता दें कि पहलू खान मॉब लिंचिंग केस में फैसला आने के बाद शुक्रवार प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए कोर्ट के फैसले को चौंकाने वाला बताया था। प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा था कि अलवर में पहलू खान की हत्या के मामले में निचली अदालत का फैसला चौंकाने वाला है।
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उन्होंने लिखा कि हमारे देश में अमानवीयता की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। भीड़ द्वारा हत्या करना एक जघन्य अपराध है। राजस्थान सरकार की ओर से भीड़ द्वारा हत्या करने के खिलाफ कानून बनाने की पहल सराहनीय है. आशा है कि पहलू खान मामले में न्याय दिलाकर इसका अच्छा उदाहरण पेश किया जाएगा।
फैसले
के
खिलाफ
अपील
करेगी
सरकार
इधर,
राजस्थान
सरकार
पहलू
खान
मॉब
लिंचिंग
केस
अलवर
मामले
में
पहले
ही
निचली
कोर्ट
के
खिलाफ
अपील
करने
का
निर्णय
ले
चुकी
है।
मुख्यमंत्री
अशोक
गहलोत
ने
अपने
ट्विटर
पर
लिखा
कि
हमारी
सरकार
ने
मॉब
लिंचिंग
के
खिलाफ
अगस्त
2019
के
पहले
सप्ताह
में
कानून
लागू
किया
है।
हम
पहलू
खान
के
परिवार
को
न्याय
दिलाने
के
लिए
प्रतिबद्ध
हैं।
राज्य
सरकार,
एडीजे
कोर्ट
के
फैसले
के
खिलाफ
अपील
करेगी।
क्या है पहलू खान मॉब लिंचिंग केस
बता दें कि एक अप्रेल 2017 को एनएच-8 पर बहरोड़ के निकट से कुछ लोग 6 पिकअप में गोवंश भरकर ले जा रहे थे। गोकशी के शक में लोगों ने पीछाकर वाहन पिकअप रुकवाई। भीड़ ने बहरोड़ हाइवे पर ही एक पिकअप में सवार हरियाणा के जयसिंहपुरा निवासी पहलू खां और उसके अन्य साथियों के मारपीट कर दी। मारपीट में गंभीर रूप से घायल हुए पहलू खां की बहरोड़ के निजी अस्पताल में उपचार के दौरान 4 अप्रेल 2017 को मौत हो गई थी। घटना से देशभर में बवाल मच गया।
अगर #MobLynching को लेकर हम लोग कानून बना सकते हैं तो आप समझ सकते हैं सरकार की स्पष्ट मंशा है कि किसी भी प्रकार की मॉब लिंचिंग नहीं होनी चाहिए। दो या दो से अधिक लोग मिलकर के किसी को मारने लग जाए, एक व्यक्ति की जान चली जाए इससे बड़ा निंदनीय काम क्या हो सकता है? pic.twitter.com/iOO97baajr
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 15, 2019