अलवर गैंगरेप पर बोले PM मोदी-'बेटी को न्याय दिलाने की बजाय चुनाव बचाने में लगी रही राजस्थान सरकार'
गाजीपुर/अलवर। राजस्थान के अलवर में विवाहित से हुए गैंगरेप की घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि दलित की बेटी से पांच युवकों ने उसके पति के सामने सामूहिक दुष्कर्म किया। पूरे देश को हिलाकर रख देने वाली इस घटना के दोषियों को पकड़ने की बजाय राजस्थान की कांग्रेस सरकार और पुलिस मामले को दबाने में जुटी रही।
लोकसभा चुनाव 2019 के सातवें चरण के तहत उत्तर प्रदेश के गाजीपुर लोकसभा सीट पर मतदान होना है। शनिवार को पीएम नरेन्द्र मोदी ने गाजीपुर में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी रैली को सम्बोधित किया। रैली को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने अलवर गैंगरेप की घटना का जिक्र किया और कहा कि राजस्थान के थानागाजी में 26 अप्रैल को दलित की बेटी से गैंगरेप हुआ, मगर राजस्थान में 29 अप्रैल 2019 को 13 और 6 मई 2019 को 12 लोकसभा सीटों पर मतदान होना था।
इसलिए सरकार ने दो हफ्ते तक इस मामले को दबाती रही। लोकसभा चुनाव 2019 के चलते राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार कतई नहीं चाहती थी कि यह अलवर गैंगरेप का मामला सामने आए। अगर चुनाव से पहले यह खबर बाहर आ जाती तो कांग्रेस चुनाव नहीं बचा पाती। इसलिए कांग्रेस ने दलित से दरिंदगी करने वाले गुहानगारों को बचाने और वोट बैंक बटोरने का कार्य किया। कांग्रेस थानागाजी गैंगरेप पीड़िता को न्याय दिलाने की बजाय चुनाव बचाने में लगी रही। पीएम मोदी ने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार को डर था कि दलित बेटी से रेप की बात खुलने से उसके वोट बैंक पर असर पड़ेगा। इसलिए पीड़ित बेटी की बात को अनुसना कर दिया गया।
बसपा सुप्रीमो ने की फांसी की मांग
पीएम मोदी से पहले शनिवार सुबह बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस मामले पर राजस्थान सरकार को आड़े हाथ लिया। मायावती ने कहा कि 'सुप्रीम कोर्ट को राज्य की कांग्रेस सरकार, पुलिस और प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। यह मामला सिर्फ दलितों का ही नहीं बल्कि सभी महिलाओं से जुड़ा है।' बता दें कि राजस्थान को शर्मसार करने वाले विवाहिता के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में पांचों आरोपी और गैंगरेप का वीडियो वायरल करवाने के आरोपियों को पकड़ा जा चुका है।
अलवर गैंगरेप में कब क्या हुआ
26
अप्रैल
2019:
अलवर
जिले
के
थानागाजी
में
5
आरोपियों
ने
पति
के
सामने
विवाहिता
से
गैंगरेप
किया।
वीडियो
बनाए।
28
अप्रैल:
आरोपियों
ने
वीडियो
डिलीट
करने
के
लिए
11
हजार
रुपए
की
मांग
की।
पीड़िता
व
उसके
पति
ने
पुलिस
को
शिकायत
दी।
30
अप्रैल:
थानागाजी
पुलिस
ने
मामले
को
गंभीरता
से
नहीं
लिया
तो
पीड़ित
पक्ष
ने
अलवर
एसपी
से
मुलाकात
की।
02
मई
:
मामला
एसपी
तक
पहुंचने
के
बाद
थानागाजी
पुलिस
ने
आरोपियों
के
खिलाफ
गैंगरेप
का
मामला
दर्ज,
लेकिन
कार्रवाई
नहीं
की।
06
मई
:
आरोपियों
ने
पीड़िता
के
साथ
गैंगरेप
के
अश्लील
वीडियो
वायरल
करवाए
दिए।
07
मई
:
पूरा
प्रकरण
राजस्थान
के
साथ-साथ
देशभर
में
सुर्खियां
बना।
शाम
को
अलवर
एसपी
राजीव
पाचर
एपीओ,
थानागाजी
एसएचओ
सरदार
सिंह
सस्पेंड
व
एएसआई
सहित
कई
पुलिसकर्मी
लाइन
हाजिर।
08
मई
:
आरोपियों
की
गिरफ्तारी
व
सजा
की
मांग
के
लिए
प्रदेशभर
में
प्रदर्शन।
09
मई
:
गैंगरेप
के
आरोपी
हंसराज,
महेश
गुर्जर,
अशोक
व
इंद्राज
की
गिरफ्तारी।
वीडियो
वायरल
करने
के
आरोप
में
थानागाजी
के
मुकेश
को
भी
गिरफ्तार
किया।
10
मई
:
अलवर
थानागाजी
गैंगरेप
के
मुख्य
आरोपी
बताए
जा
रहे
छोटेलाल
को
सीकर
जिले
में
ट्रक
में
सोते
हुए
को
पकड़ा।