गैंगस्टर पपला गुर्जर की पूरी कहानी, बहरोड़ थाने से गुंडों के साथ फरार, अब कोल्हापुर से गर्लफ्रेंड के साथ गिरफ्
अलवर। राजस्थान और हरियाणा पुलिस के लिए सिरदर्द बना गैंगस्टर पपला गुर्जर उर्फ विक्रम गुर्जर की लुकाछिपी के खेल का अंत हो गया है। सितम्बर 2019 से पपला की तलाश में खाक छान रही अलवर पुलिस को 28 जनवरी 2021 को कामयाबी मिली है।
6 सितम्बर को फरार हुआ था गैंगस्टर पपला गुर्जर
गैंगस्टर पपला गुर्जर की 17 माह की कहानी का सार ये है कि राजस्थान के अलवर जिले के बहरोड़ पुलिस थाने पर 6 सितम्बर 2019 को साथी एके-47 से अंधाधुंध फायर करके लॉकअप में बंद पपला गुर्जर को छुड़ा ले गए थे। साथियों के साथ फरार हुआ पपला गुर्जर अब महाराष्ट्र के कोल्हापुर में गर्लफ्रेंड के साथ पकड़ा गया है।
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राजस्थान डीजीपी ने की प्रेसवार्ता
राजस्थान डीजीपी एमएल लाठर ने मंगलवार को प्रेसवार्ता कर बताया कि फरार होने के बाद से राजस्थान पुलिस की कई टीमें पपला की तलाश में लगी हुई थी। सात दिन पहले टीम को भनक लगी कि पपला महाराष्ट्र के कोल्हापुर में है। सूचना को पुख्ता कर तुरंत राजस्थान पुलिस की विशेष टीमें कोल्हापुर के लिए रवाना की।
पुलिस को देख तीसरी मंजिल से कूदा पपला
पपला गुर्जर को पकड़ने वाली राजस्थान पुलिस की इस विशेष टीम में एएसपी सिद्धांत शर्मा के नेतृत्व में दो दर्जन पुलिसकर्मी शामिल थे। सूचना के आधार पर टीम ने एक मकान पर दबिश दी तो पुलिस को देख पपला गुर्जर तीसरी मंजिल से कूद गया और भागने की कोशिश की, मगर सफल नहीं हो पाया।
कौन है पपला गुर्जर की प्रेमिका जिया उद सहर?
पुलिस के अनुसार पपला गुर्जर कोल्हापुर में अपनी महिला मित्र के साथ रह रहा था। उसी ने पपला को पनाह दी। पपला की प्रेमिका कोल्हापुर में जिम चलाती है। उसका नाम जिया उद सहर बताया जा रहा है। राजस्थान पुलिस ने कोल्हापुर से पपला के साथ उसकी गर्लफ्रेंड को भी पकड़ा है।
उदल सिंह नाम से बनवा रखा था आधार कार्ड
अलवर के बहरोड़ पुलिस थाने में फायरिंग करके फरार हुआ पपला गुर्जर कोल्हापुर में पहचान छुपाकर रह रहा था। वहां उसने उदल सिंह नाम से अपना आधार कार्ड भी बनवा रखा था। पुलिस इस बात की भी तस्दीक कर रही है कि पपला को फर्जी आधार कार्ड बनवाने में किसने मदद की।
कोल्हापुर में ऐसे पकड़ में आया पपला गुर्जर
राजस्थान टीम जैसे ही कोल्हापुर पहुंची तो स्थानीय पुलिस की मदद से पपला के रहने के ठिकाने की वीडियोग्राफी करवाई गई और उसी के हिसाब से प्लानिंग की। पपला के भाग सकने के संभावित रास्तों पर विशेष कमांडों तैनात किए गए और मकान को चारों तरफ से घेरकर 28 जनवरी की रात दो बजे दबिश दी। उस समय पपला गुर्जर तीसरी मंजिल पर जिम में कसरत कर रहा था।
टीम जयपुर के लिए रवाना
कोल्हापुर में पपला गुर्जर और गर्लफ्रेंड को पकड़ने के लिए एक घंटे तक ऑपरेशन चला। दोनों को कोल्हापुर से जयपुर लाया जा रहा है। खबर है कि पुणे से अहमदाबाद होते हुए जयपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। पपला गुर्जर को जयपुर लाने के बाद न्यायालय में पेश किया जाएगा। फिर रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
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कौन है पपला गुर्जर, कैसे बना गैंगस्टर ?
बता दें कि पपला गुर्जर हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के खैरोली गांव का रहने वाला है। इसके खिलाफ कई संगीन मामले दर्ज हैं। यह शक्ति गुर्जर को अपना गुरु मानता था। शक्ति की हत्या होने के बाद बदला लेने के लिए पपला ने भी अपराध की दुनिया में कदम रखा और वारदात दर वारदात को अंजाम देता गया। पुलिस की पकड़ में आया तो साल 2017 में पेशी पर ले जाते समय सुरक्षाकर्मियों पर फायरिंग करके फरार हो गया था।
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बसपा प्रत्याशी की हो गई थी हत्या
हरियाणा से सितम्बर 2017 में पपला गुर्जर के फरार होने के बाद इधर राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2018 हो रहे थे। इनमें अलवर जिले की बहरोड़ विधानसभा सीट से बसपा की टिकट पर जसराम गुर्जर चुनाव लड़ा था। जुलाई 2019 में विरोधी गैंग (लादेन गैंग) ने गोली जसराम गुर्जर की हत्या कर दी है। यह गैंग अलवर के मेवात इलाके में सक्रिय थी।
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पपला गुर्जर ने बहरोड़ पुलिस थाने में फायरिंग क्यों की ?
सितम्बर 2019 को पपला गुर्जर अपने साथियों के साथ जसराम गुर्जर की हत्या का बदला लेने के लिए अलवर जिले में आया था तब छह सितम्बर 2019 को अलवर जिले की बहरोड़ पुलिस ने पपला को पकड़ लिया था और पुलिस थाने में लोकर लॉकअप में बंद कर दिया था। कुछ घंटों बाद वहां बड़ी संख्या में पपला के साथी हथियार से लैस होकर बहरोड़ पुलिस थाने पर हमला करके पपला को छुड़ा ले गए थे। तब से पपला फरारी काट रहा था।
Papla Gurjar Arrested : बहरोड़ थाने में AK-47 से फायर करके भागा पपला गुर्जर 17 माह बाद गिरफ्तार