Nikhil Dayma : 19 की उम्र में तिरंगे में लिपटकर लौटा बेटा निखिल दायमा, आखिरी सैल्यूट करने उमड़े लोग
अलवर। भारतीय सेना के 3 जाट रेजिमेंट के 19 वर्षीय निखिल दायमा दुश्मनों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हो गएा। राजस्थान के अलवर जिले में भिवाड़ी के सैदपुर में रविवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। निखिल देश में सबसे कम उम्र में शहीद होने वालों में से एक थे।
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गांव सैदपुर में बहादुर लाल की अंतिम विदाई देने और अंतिम दर्शन के लिए जन सैलाब उमड़ा। लोग हाथों में तिरंगा लेकर उनकी शवयात्रा में शामिल हुए। उन्होंने निखिल दायमा अमर रहे के नारे लगाए। बता दें कि शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से सीजफायर के उल्लंघन के दौरान गोली लगने से निखिल दायमा शहीद हो गए थे। निखिल 2019 में सेना में भर्ती हुए थे। 13 जनवरी को छुटटी पूरे करके डयूटी पर लौटे थे। उन्हें शहादत से दो दिन पहले बेस कैंप भेजा गया था।
निखिल के दादा रिटायर्ड सूबेदार मेजर मुन्नी लाल का कहना है कि मैं तो देश के काम नही आ पाया लेकिन पोते ने परिवार का नाम रोशन किया है। पोते की शहादत पर सीना गर्व से चौड़ा हो गया है। शहीद को अंतिम विदाई देने सांसद बाबा बालक नाथ, विधायक संदीप यादव समेत कई जनप्रतिनिधि व अधिकारी भी पहुंचे।