अलवर के राजकीय गीतानंद शिशु अस्पताल के एफबीएनसी वार्ड में आग लगी, 20 दिन की बच्ची जली
अलवर। राजस्थान के कोटा जेके लोन अस्पताल के बाद अब अलवर में नवजात बच्चों से जुड़ा चौंका देने वाला मामला सामने आया है। अलवर स्थित राजकीय गीतानंद शिशु अस्पताल के एफबीएनसी वार्ड (फैसिलिटी बेस्ड न्यूबोर्न केयर) में मंगलवार सुबह आग लग गई।
आग में 20 दिन की एक बच्ची अस्सी फीसदी झुलस गई। वहीं, अस्पताल की 3 महिला कर्मचारी भी आग की चपेट में आकर झुलसी हैं। आग लगी तब वार्ड में 15 नवजात बच्चे भर्ती थे। शुरुआती जांच में आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।
कोटा हॉस्पिटल केस : हर साल जिंदगी का 29वां दिन नहीं देख पाए 800 बच्चे, संक्रमण ने ली 428 की जान
जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह करीब पांच बजे राजकीय गीतानंद शिशु चिकित्सालय के एफबीएनसी वार्ड में रखी एक मशीन में शॉर्ट सर्किट हो गया। इससे वार्ड में आग फैल गई। आग की चपेट में 20 दिन की एक बच्ची भी आ गई। वह वार्मर मशीन पर थी। सांस लेने में दिक्कत होने के कारण पिछले सात दिन से गीतानंद शिशु अस्पताल के एफबीएनसी वार्ड में भर्ती थी। जिस मशीन में आग लगी वो पूरी तरह जल गई। 14 बच्चों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने ली बाड़मेर के किसान की जेब की तलाशी, देखें Viral Video
सूचना पाकर अस्पताल पहुंचे बच्ची के पिता राहुल गौड़ ने बताया कि 13 दिन पहले जन्मी बेटी को सांस लेने में समस्या हो रही थी तो उन्हें चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। यहां उसे कृत्रिम ऑक्सीजन भी दी जा रही थी। बच्ची के स्वास्थ्य में सुधार आ गया था। उसे मंगलवार को सामान्य वार्ड में शिफ्ट करा था।
अस्पताल स्टाफ की लापरवाही के कारण वार्ड में आग लगने उसकी बच्चे अस्सी फीसदी तक झुलस गई। उसे जयपुर के जेके लोन चिकित्सालय में रैफर किया गया है। अस्पताल में आग लगने की सूचना पर अलवर एडीएम उत्तम सिंह शेखावत, पीएमओ सुनील चौहान आदि मौके पर पहुंचे। एडीएम शेखावत के अनुसार ऑक्सीजन सप्लाई में लीकेज होने के कारण मशीन में आग लगी थी। आग लगने से एक बच्ची झुलसी है। पूरे मामले की जांच कराई जाएगी।