राजस्थान : गड़ा धन निकालने के लिए 11 साल के बच्चे की बलि, नाक, कान व नाखून कटा शव खेत में मिला
अलवर। राजस्थान के अलवर जिले के मालाखेड़ा पुलिस थाना इलाके के गांव नावली में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां पर एक ढोंगी बाबा ने 11 साल के बच्चे की बलि चढ़ा दी। बच्चे का शव रविवार को खेत में पड़ा मिला है। बच्चा शनिवार को अपने घर से लापता हुआ था।
एक दिन पहले लापता हो गया था बच्चा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नावली के रघुवीर बैरवा के तीन बेटे हैं। इनमें से दूसरे नंबर का बेटा निर्मल शनिवार सुबह 11 बजे अचानक घर से लापता हो गया था। परिजनों ने उसकी खूब तलाश की, मगर कोई उसका कोई पता नहीं चला था। रविवार दोपहर को गांव के ही एक व्यक्ति ने बीरप्या का बास में बच्चे का शव सरसों के खेत में पड़े होने की सूचना दी।
चबूतरे पर चद्दर डालने को लेकर हुआ था विवाद
रघुवीर बैरवा व अन्य परिजन मौके पर पहुंचे तब मृतक बच्चे की शिनाख्त निर्मल के रूप में हुई। निर्मल का धड़, नाक, कान और नाखून कटे हुए थे। मौके पर बलि और तंत्र विद्या करने जैसे निशान मिले। इसके बादर रघुवीर को कालू बैरवा वगैरह पर बलि देने का शक हुआ। क्योंकि कुछ दिन पहले कालू बैरवा पीराना से चबूतरे पर चद्दर डालने को लेकर उसका विवाद भी हुआ था। इसके बाद कालू ने मुझे धमकाया और कहा कि तेरा अहित कर दूंगा।
गला दबाकर हत्या की आशंका
सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव सरकारी अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया और पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। डॉ. मनोहरलाल के अनुसार प्रथमदृष्टया निर्मल की हत्या गला दबाकर की गई है। कान, नाक, काटने के बारे में ठीक से कुछ कहना संभव नहीं है।
इन लोगों पर हैं आरोप
वहीं, रघुवीर बैरवा का आरोप है कि आरोपी कालू बैरवा, नंदा, बाल्या, बद्री, रमेश उसके परिवार के ही लोग हैं। कालू बैरवा निसंतानों को बच्चा कराने, गड़ा धन निकालने आदि के झांसे देकर पाखंड करता रहता है। ये लोग जमीन में दबा धन निकालने के लिए उसी जगह किसी बच्चे की बलि देने की बातें करते थे।
पुलिस ने संदिग्ध लोगों को लिया हिरासत में
इधर, मामले में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य वंदना व्यास ने मालाखेड़ा एसडीएम अनुराग हरित और अलवर एसपी तेजस्विनी गौतम को हत्या के कारणों व घटना की गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए हैं। अलवर पुलिस ने कुछ संदिग्ध आरोपियों को हिरासत में लिया है।
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