अलवर लिंचिंग: पहलू खान के खिलाफ चार्जशीट पर सियासत, गहलोत बोले-गड़बड़ी हुई तो दोबारा जांच होगी
अलवर। देशभर में राजस्थान को शर्मसार कर देने वाली अलवर मॉब लिंचिंग में मारे गए पहलू खान के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किए जाने के बाद एक बार फिर से सियासत शुरू हो गई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अलवर मॉब लिंचिंग को भाजपा सरकार के समय हुई घटना बताते हुए जरूरत पड़ने पर दोबारा जांच करवाने की बात कही है।
वहीं, भाजपा नेता व पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहुजा ने गोरक्षकों व हिन्दू परिषद के खिलाफ लगाए गए आरोपों को गलत बताया है। बता दें कि हाल ही राजस्थान पुलिस ने अलवर मॉब लिंचिंग की घटना में मारे गए पहलू खान, उसके बेटों व गो तस्करी में काम लिए गए वाहन मालिक के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है।
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ये हैं नेताओं के बोल
सीएम अशोक गहलोत : पहलू खान के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किए जाने के मामले को लेकर राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह घटना भाजपा सरकार के समय हुई थी। उन्हीं के कार्यकाल में मामले की जांचकर चार्जशीट तैयार की गई थी। अब अगर किसी तत्थ में विसंगती पाई जाती है तो मामले की दुबारा से जांच करवाई जाएगी।
अलवर मॉब लिंचिंग : 2 साल पहले मारे गए पहलू खान के खिलाफ राजस्थान पुलिस ने दाखिल की चार्जशीट
ज्ञानदेव आहजा : अलवर मॉब लिंचिंग में पहलू खान के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के बाद पूर्व विधायक व भाजपा के दिग्गज नेता ज्ञानदेव आहुजा का भी बयान आया है। आहुजा ने कहा कि पहलू खान, उसका भाई, और बेटे गोतस्करी में संलिप्त थे। इसके अलावा गोरक्षकों व हिन्दू परिषद के खिलाफ लगाए गए सभी आरोप गलत हैं।
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कहा है अलवर मॉब लिंचिंग
बता दें कि डेयरी कारोबार चलाने वाले पहलू खान को 1 अप्रैल, 2017 को राजस्थान के अलवर जिले के बहरोड़ के पास कथित गोरक्षकों की भीड़ ने गो-तस्करी के संदेह में पीट-पीटकर मार डाला था। अलवर मॉब लिन्चिंग प्रकरण ने राजस्थान समेत पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था।
असदुद्दीन ओवैसी ने भी दी कड़ी प्रतिक्रिया
पहलू खान के खिलाफ चार्जशीट होने पर हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ये घटना बताती है कि भाजपा और कांग्रेस में कोई फर्क नहीं है। सत्ता में होने पर दोनों का ही रवैया अल्पसंख्यक विरोधी होता है। उन्होंने राजस्थान के मुसलमानों से अपील करते हुए भाजपा-कांग्रेस के चरित्र को समझने और इनकी मुखालफत की अपील की है।
30 दिसंबर को तैयार की गई चार्जशीट
-दो
साल
पहले
हुई
इस
घटना
के
वक्त
राज्य
में
भाजपा
की
सरकार
थी
और
वसुंधरा
राजे
सिंधिया
मुख्यमंत्री
थीं।
-सत्ता
में
आने
के
बाद
कांग्रेस
सरकार
की
तरफ
से
पिछले
साल
30
दिसंबर
को
यह
चार्जशीट
तैयार
की
गई
थी।
-वहीं,
29
मई,
2019
को
बहरोड़
के
एडिशनल
चीफ
जुडिशियल
मजिस्ट्रेट
की
अदालत
में
चार्जशीट
पेश
की
गई।
-इस
चार्जशीट
में
पहलू
खान
और
उनके
बेटों
पर
राजस्थान
गोवंशीय
पशु
(वध
और
अस्थायी
प्रवासन
या
निर्यात
पर
प्रतिबंध)
अधिनियम,
1995
और
नियम,
1995
की
धारा
5,
8
और
9
लगाई
गई
है।
खान व उनके बेटों पर ये आरोप
चार्जशीट में खान और उनके दो बेटों पर राजस्थान बोवाइन एनिमल एक्ट, 1995 और रूल्स 1995 की धारा 5,8 और 9 के तहत आरोप तय किए गए हैं। बड़े बेटे इरशाद (25) का कहना है उन्होंने गोरक्षकों के हमले में अपने पिता को खो दिया है और अब उन्हीं पर गोतस्करी का आरोप लगाया गया है। उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद थी कि कांग्रेस की नई सरकार आने के बाद केस को वापस ले लिया जाएगा लेकिन उन्होंने हमारे खिलाफ ही चार्जशीट दाखिल कर दी। हमने सरकार के बदलने के बाद न्याय की उम्मीद की थी लेकिन वैसा कुछ नहीं हुआ।" मामले में पिकअप वाहन के मालिक जगदीश प्रसाद पर भी संबंधित एक्ट की धारा छह के तहत आरोप तय किए गए हैं।