प्रयागराजः UPPSC की पूर्व परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार को हाईकोर्ट से मिली जमानत
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की पूर्व परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार को आखिरकार 8 महीने बाद जमानत मिल गयी है और उनके जेल से बाहर आने का रास्ता खुल गया है। हाईकोर्ट ने सशर्त 1 लाख के मुचलके व दो प्रतिभूतियों पर उन्हें जमानत दी है। हालांकि अंजू की मुश्किल जमानत मिलने से कम नहीं होंगी। क्योंकि उनके खिलाफ पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है और सरकार ने ने उनके विरूद्ध अभियोग चलाने की अनुमति दे दी है।
ऐसे में आगे भी वह कार्रवाई की राडार पर ही रहेंगी। चूंकि मामला हाई प्रोफाइल है, इसलिये कार्रवाई का स्तर भी बड़ा माना जा रहा है। गौरतलब है कि एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा 2018 पेपर लीक प्रकरण में उन्हें गिरफ्तार किया गया था और उसके बाद से वह जेल में बंद हैं। अब तक कई बार वह जमानत के लिये भ्रष्टाचार निवारण अदालत से लेकर निचली अदालत व हाईकोर्ट में प्रयास कर चुकी थी, लेकिन अब जाकर उन्हें हाईकोर्ट से राहत मिल पायी है।
क्या
है
मामला
उत्तर
प्रदेश
लोक
सेवा
आयोग
की
परीक्षा
नियंत्रक
अंजू
कटियार
को
प्रयागराज
स्थित
मुख्यालय
से
एसटीएफ
ने
एलटी
ग्रेड
परीक्षा
पेपर
लीक
मामले
में
गिरफ्तार
किया
था।
उनके
खिलाफ
पेपर
लीक
करने
वाले
गैंग
के
सरगना
व
प्रिंटिंग
प्रेस
के
संचालक
ने
बयान
दिया
और
दस
लाख
देने
की
बात
कही
है।
इसी
मामले
में
लगभग
10
घंटे
तक
अंजू
से
एसटीएफ
ने
कड़ी
पूछताछ
की
और
सवालों
का
जवाब
न
दे
पाने
पर
मोबाइल
फोन
व
लैपटॉप
आदि
जब्त
कर
लिया
था।
मोबाइल व लैपटाप में अंजू की संलिप्तता पेपर लीक कांड से जुडी हुई पाई गयी है, जिसके कारण उन्हें गिरफ्तार कर वाराणसी की भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जिला कारागार भेज दिया गया है। इसमें एसटीएफ ने दावा किया है कि उनके पास अंजूलता कटियार और कौशिक कुमार की मिलीभगत के साक्ष्य हैं । इसी मामले में अंजू लता को सस्पेंड कर दिया गया है।
अब
तक
क्या
हुआ
है
एलटी
ग्रेड
सहायक
अध्यापक
भर्ती
परीक्षा
2018
का
हिंदी
व
सामाजिक
विज्ञान
विषय
का
पेपर
वाराणसी
में
लीक
हुआ
था।
मामले
की
जांच
एसटीएफ
वाराणसी
ने
शुरू
की
तो
पेपर
लीक
करने
के
मामले
में
पेपर
छापने
वाले
कोलकाता
के
प्रेस
मालिक
कौशिक
कुमार
गिरफ्तार
हुआ।
कौशिक
के
बयान
पर
अंजू
सहित
9
लोगों
के
खिलाफ
वाराणसी
के
चोलापुर
थाना
में
20
मई
2019
को
मुकदमा
लिखा
गया
।
28 मई 2019 की रात एसटीएफ ने प्रयागराज स्थित यूपीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक के दफ्तर पर छापेमारी की और डॉ. अंजू कटियार की गिरफ्तारी हुई। तब से वह यानि 30 मई 2019 से जेल में ही बंद हैं। इस मामले में चार्जशीट दाखिल हो गयी है और अब मुकदमे का ट्रायल चलेगा।
प्रयागराज: माघ मेले में साधु ने किशोरी को प्रसाद देने शिविर में बुलाया, किया रेप